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अशुभ मुहूर्त में सीएम योगी ने कर दिया शुभ कार्य, जानें क्या है मामला

योगी आदित्यनाथ के प्रयागराज शहर में किए गए भूमि पूजन कार्यक्रम को लेकर तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं. इसकी वजह है कि सीएम ने खरमास माह में भूमि पूजन किया था. ऐसी मान्यता है कि खरमास में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है.

सरमास में भूमि पूजन.
सरमास में भूमि पूजन.

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Published : Dec 30, 2021, 12:39 PM IST

प्रयागराज : शास्त्रों में बताया गया है कि सूर्य जब तक गुरू की राशि मीन अथवा धनु में होता है. तब तक का समय खरमास कहलाता है. यही कारण है कि इस अवधि में कोई भी शुभ कार्य और नई शुरुआत नहीं की जाती है. ऐसे में 26 दिसंबर को लूकरगंज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किए गए भूमि पूजन को लेकर तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं.

क्यों उठ रहे सवाल

ज्योतिषाचार्य शिप्रा सचदेव के अनुसार कि इस खरमास के महीने में सूर्य की चाल धीमी हो जाती है, जिसके चलते कोई भी शुभ कार्य सफल नहीं होता. ऐसे में किसी भी तरह का मांगलिक कार्य ना करें. ज्योतिषाचार्य ने बताया कि शुभ कार्य किया जा सकता है, लेकिन ये वहीं व्यक्ति कर सकते हैं. जिस लगन की कुंडली में बृहस्पति देव स्वगृही धनु लगन में होते हैं, तो ऐसे व्यक्तियों के लिए खरमास बाधित नहीं होता है. साथ ही साथ ये भी बताया कि हर चीज सब पर लागू नहीं होती है.

खरमास में भूमि पूजन.

इस जमीन का किया था भूमि पूजन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफिया और बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद से मुक्त कराई गई जमीन का 26 दिसंबर को भूमि पूजन किया था. इस जमीन पर गरीबों के लिए 76 फ्लैट बनेंगे. माफिया अतीक अहमद से मुक्त कराई गई नजूल की करीब 1731 वर्ग मीटर की जमीन पर 4 मंजिला इमारत बनाई जाएगी. करीब 458.88 लाख की लागत से 76 फ्लैट बनेंगे. इस बिल्डिंग में स्टिल पार्किंग, कम्यूनिटी हॉल होगा.

यह बिल्डिंग पूरी तरह से ग्रीन बिल्डिंग होगी. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक फ्लैट की लागत करीब 6 लाख रुपये आएगी. इसमें से डेढ़ लाख भारत सरकार अनुदान देगी. इसमें एक लाख का अनुदान राज्य सरकार देगी. शेष 3.50 लाख योजना के लाभार्थी को देना होगा.

इसे भी पढ़ें- अतीक अहमद के कब्‍जे से छुड़ाई गई जमीन पर सीएम योगी ने क‍िया भूमि‍पूजन, बनाए जाएंगे 75 फ्लैट

अब सवाल यह उठ रहा है कि सीएम योगी ने जो भूमि पूजन का कार्य किया है. वह खरमास में किया है. मान्यता है कि खरमास माह में किए गए शुभ कार्य कभी फलित नहीं होते हैं.

क्या है खरमास

सूर्य के धनु या मीन राशि में गोचर करने की अवधि को ही खरमास कहते हैं. सूर्यदेव जब भी देवगुरु बृहस्पति की राशि धनु या मीन पर भ्रमण करते हैं तो उसे प्राणी मात्र के लिए अच्छा नहीं माना जाता और शुभ कार्य वर्जित हो जाते हैं. गुरु सूर्यदेव का गुरु हैं, ऐसे में सूर्यदेव एक महीने तक अपने गुरु की सेवा करते हैं.

खरमास में नहीं करने योग्य कार्य

शास्त्रों के अनुसार खरमास में विवाह, जनेऊ, कन्या विदाई, मुण्डन, कर्ण छेदन, भूमि पूजन, गृह निर्माण आरंभ, गृह प्रवेश, नया कारोबार आरंभ.

खरमास में करने योग्य कार्य

इस मास में सत्यनारायण भगवान की पूजा, होम, जप, योग, ध्यान, दान, तीर्थ में स्नान करना उत्तम होता है.

क्या है सीएम योगी की कुंडली

योगी आदित्यनाथ की कुंडली में सिंह लग्न सूर्य है और राशि स्वामी शनि के साथ केंद्र में है. योगी की चंद्र राशि कुंभ और नक्षत्र जन्म पूर्व भाद्रपद नक्षत्र के दूसरे चरण में हुआ है. इनकी कुंडली में गुरू और चंद्रमा की युति है.

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