प्रतापगढ़: देशभर में हुए लॉकडाउन के दौरान ही सोने के दाम ने आसमान छू लिया. आज भी सोने का दाम बहुत ज्यादा है. इसका सीधा असर व्यापारियों पर देखा जा रहा है. इस इजाफे का असर दुकानदारों के जीवन पर किस तरह से हुआ है, इसे जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने जिले के स्वर्ण विक्रेताओं से बात की और उनकी स्थिति जानने की कोशिश की.
प्रतापगढ़: सोना हुआ आसमानी तो नुकसान झेल रहे व्यापारी
लॉकडाउन के दौरान देशभर में सोने के दाम ने आसमान छू लिया है. प्रतापगढ़ में जिन व्यापारियों ने पहले ही आर्डर ले लिया था, उनसे ग्राहक पहले के दामों में ही सामान लेने की बात कर रहे हैं. ऐसे में व्यापारी वर्ग को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
लल्लन सोनी ज्वैलर्स के व्यापारी लल्लन सोनी ने बताया कि लॉकडाउन ने व्यापार की कमर तोड़कर रख दी. उन्होंने बताया कि शादियों के सीजन में बिक्री ज्यादा होती थी, लेकिन इस बार बहुत कम शादियां हुईं और जिन लोगों ने शादियां की भी तो उन्होंने उतना गहना नहीं खरीदा. लल्लन सोनी ने बताया कि सिर्फ 25% ही व्यापार हो पाया, बाकी 75% मंदी की भेंट चढ़ गया. उन्होंने बताया कि ग्राहक ने पहले 36,000 में आर्डर दिया था, लेकिन अब लोग लॉकडाउन होने के बाद भी उसी रेट में ऑर्डर मांग रहे हैं. व्यापारी मजबूरी में 48,000 के दाम पर सोना खरीद कर ग्राहकों को 32,000 के दाम पर देने के लिए मजबूर हैं. लल्लन सोनी ने बताया कि हम ग्राहकों से कोई मतभेद करते हैं तो भविष्य के लिए हमारा धंधा खराब हो जाएगा. यही सोच कर हम 10,000 नुकसान झेल रहे हैं. उन्होंने बताया कि पहले हमने बस ऐसे ही आर्डर ले लिया, ताकि हमें सीजन में नुकसान न हो. उस समय ग्राहकों ने लिखवाया भी नहीं था, लेकिन अब वह बात कर रहे हैं कि हमने आपको 36,000 में आर्डर दिया था और हमें हमारा ऑर्डर भी उसी दाम में चाहिए. इसलिए वह अपना ऑर्डर उस हिसाब से मैनेज करवा रहे हैं. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों का बयाना दिया हुआ पैसा वह वापस कर रहे हैं और ऐसे में हम लोगों को अपने घर से पैसे देने पड़ रहे हैं. व्यापार एकदम जीरो हो गया है.
आभूषण बनाने वाले कारीगर प्रमोद सोनी ने बताया कि लॉकडाउन में ऑड-इवन के अनुसार दुकानें खुल रही हैं, इसलिए अब हफ्ते में बस 5 दिन दुकानें खुल रही हैं. उन्होंने बताया कि पिछले 20 सालों से वह कारीगरी का काम करते आ रहे हैं. जब उनसे पूछा गया कि सोने के चमक से उनकी जिंदगी पर कितना असर पड़ा है तो उन्होंने बताया कि मुनाफा तो है पहले जो 100 कमाते थे, अभी बढ़े दामों से हम 150 रुपये तक कमा ले रहे हैं. लेकिन हम कुल फीसदी की बात करें तो पहले 100 कमाते थे, लेकिन अभी 50 रुपये ही कमा पा रहे हैं.