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प्रतापगढ़ में बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे नर्सिंग होम, आयुर्वेद की डिग्री ले कर रहे ऐलोपैथिक इलाज

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में खुलेआम मरीजों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. बिना डिग्री के मेडिकल स्टोर चला रहे फर्जी डॉक्टरों की वजह से कई लोगों की अब तक जानें जा चुकी हैं. इसके बावजूद प्रशासन की ओर से इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

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Published : Aug 26, 2020, 9:38 PM IST

Updated : Sep 4, 2020, 3:07 PM IST

फर्जी डॉक्टर दे रहे दवा.
फर्जी डॉक्टर दे रहे दवा.

प्रतापगढ़: जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था का इन दिनों बुरा हाल है. जिला अस्पताल के सामने फर्जी डॉक्टर खुलेआम दुकानें खोल कर बैठे हैं. यह डॉक्टर न डिग्री, न अनुभव, बड़ी-बड़ी बीमारियों का इलाज करने का दावा करते हैं. आयुर्वेद की डिग्री लेकर ऐलोपैथिक इलाज करने वाले डॉक्टरों के साथ रहकर सीखने वाले कई डॉक्टर यहां स्पेस्लिस्ट बनकर बैठे हैं. ऐसे न जाने कितने चिकित्सालय शहर भर में चल रहे हैं. सबसे बड़ी बात इन लोगों का रजिस्ट्रेशन भी नहीं है. उसके बाद भी इन पर कार्रवाई नहीं हो रही है. सीएमओ ने इस मामले में जांच कराने की बात कही है.

फर्जी डॉक्टर दे रहे दवा.

जिले में बिना रजिस्ट्रेशन के नर्सिंग होम, क्लीनिक, पॉली क्लीनिक की भरमार है. पैसे कमाने के चक्कर में मेडिकल स्टोर संचालक उसी में डॉक्टर भी बिठाने लगे हैं. मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में ऐसे अवैध और फर्जी स्वस्थ्य केन्द्रों, चिकित्सकों पर कार्रवाई के लिए एक विभाग बनाया गया है. इस विभाग का काम होता है कि वह ऐसे लोगों पर नजर रखे, जो बिना रजिस्ट्रेशन के हों, जिसमें डिग्री प्राप्त चिकित्सक न हो और फर्जी लोग मरीजों का इलाज कर रहे हों, लेकिन इस विभाग पर हमेशा ये आरोप लगता रहा है कि लालच में ये लोग कार्रवाई नहीं करते हैं.

ये गंभीर मरीज को भी भर्ती कर लेते हैं और जब मरीज की हालत खराब हो जाती है, या फिर उसकी मौत हो जाती है, तो दुकानदार नर्सिंग होम का सटर गिराकर फरार हो जाते हैं. इनके पास दलाल भी होते हैं जो जिला महिला और पुरुष अस्पताल में मरीजों को बरगलाने का काम करते हैं और उन्हें लेकर प्राइवेट इलाज में सब ठीक होने का भरोसा दिलाते हैं.

जिला महिला अस्पताल के सामने मौजूद बिस्मिल्लाह क्लिनिक का चिकित्सक ने बताया कि इसने आयुर्वेद की डिग्री ली है. उसकी भी इसके पास न रजिस्ट्रेशन है और न ही कोई रिकॉर्ड. पास में ही मौजूद कृष्णा मेडिकल स्टोर, अपोलो पैथालॉजी इनके पास भी कोई डिग्री नहीं है.

जिले में चिकित्सा के नाम पर चल रहे फर्जीवाड़े के चक्कर में कई जानें जा चुकी हैं. मामले में सीएमओ अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते व्यस्तता के कारण थोड़ी दिक्कत आई है, लेकिन जल्द ही ऐसे लोगों पर शिकंजा कसा जायगा. फर्जी इलाज करने वाले, बगैर डिग्री और रजिस्ट्रेशन वालों के लिए अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : Sep 4, 2020, 3:07 PM IST

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