पीलीभीत : हजारों साल पुरानी परंपरा को निभाते हुए पीलीभीत के माधोटांडा की महिलाओं ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर होली मनाई. यहां की महिलाएं होली के दूसरे दिन रंग खेलती हैं. दरअसल रियासत की परंपरा के अनुसार यहां पर होली के दिन केवल पुरुष ही रंग खेलते हैं.
पीलीभीत : होली के दूसरे दिन महिलाओं ने खेला रंग, जानिए क्यों
पीलीभीत जनपद के माधोटांडा कस्बे की होली की परंपरा भी अपने आप में अनोखी है. यहां होली के पहले दिन पुरुष रंग खेलते हैं तो वहीं दूसरा दिन महिलाओं का होता है.
कस्बा माधोटांडा रियासत में महिलाओं ने श्री ठाकुर द्वारा माधव मुकुंद महाराज मंदिर में एकत्र होकर जमकर होली खेली और फिर कस्बे में रंगों की बौछार से एक-दूसरे को सराबोर कर दिया. इस दौरान महिलाओं और युवतियों ने ढोल की थाप पर जमकर डांस किया.
दूसरे दिन होली खेले जाने के पीछे महिलाओं का कहना है कि माधोटांडा राज परिवार में पहले दिन पुरुष होली खेलते थे और दूसरे दिन पुरुष अपने लाव लश्कर के साथ जंगल में शिकार खेलने चले जाते थे. वहीं महिलाओं के होली खेलने के लिए पूरा गांव छोड़ दिया जाता था. इतना ही नहीं अंग्रेज अफसर भी डरकर जंगल की ओर कूच कर जाते थे.