पीलीभीतःएक दिवसीय दौरे पर सोमवार को पीलीभीत पहुंचे सांसद वरुण गांधी एक बार फिर सरकार की नीतियों पर हमला करते नजर आए. सांसद ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए बैंकों द्वारा डिफाल्टर लोगों को लोन देने के मुद्दे पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में अहम भूमिका निभाने वाले संविदा कर्मचारी इन दिनों चिंतनीय हालात में है. उनका साथ देने की जरूरत है.
Varun Gandhi Statement: वरुण गांधी का अपनी सरकार पर हमला, डिफाल्टर उद्योगपतियों पर मेहरबानी क्यों? - पीलीभीत की खबरें
अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत पहुंचे सांसद वरुण गांधी (MP Varun Gandhi) ने अपनी ही सरकार पर एक बार फिर जमकर निशाना साधा. उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए डिफॉल्टर लोगों को लोन देने पर सवाल उठाए.
बिलसंडा के बमरौली गांव में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद वरुण गांधी ने कहा कि बैंक के लोन वितरण करने की प्रक्रिया पर जमकर हमला बोला. सांसद ने कहा कि देश में अधिकांश लोन का हिस्सा बड़े लोगों को दिया जाता है. संपूर्ण देश में 140 करोड़ की जनता ने 70 हजार करोड़ का डिफॉल्ट किया है. वहीं, देश के 10 सबसे बड़े उद्योगपतियों ने 2 लाख 70 हजार करोड़ के लोन का डिफॉल्ट किया है. जिसे मानक के अंतर्गत यह यह कहते हैं कि आम लोगों को लोन नहीं देंगे. क्योंकि यह कहीं न कहीं लोन अदा नहीं करेंगे. वरुण गांधी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि देश की राजनीति में आपकी आवाज उठाने आया हूं. मुझे लोन लेने की जरूरत नहीं है. लेकिन जनता को जरूरत है. क्योंकि जनता को खेती और व्यापार करना है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि आम आदमी का अधिकार देश के ऊपर है या फिर देश के धनाढ्य लोगों का ही अधिकार देश पर है.'
संविदा कर्मचारियों को भी मिलें सभी सुविधाएंः इस दौरानसांसद वरुण गांधी ने कहा कि 'आज देश का क्या भविष्य है. हर गांव में संविदा कर्मचारी हैं, आशा बहुए हैं, जो अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं. चंद पैसों की बढ़ोतरी के लिए वे धरना देने को मजबूर हैं. सरकार से निवेदन करना चाहता हूं कि जितने भी संविदा कर्मचारी हैं. सबको वही अधिकार दिए जाएं जो किसी बड़े कर्मचारी और अधिकारी को दिए जाते हैं.' जनता को संबोधित करते हुए वरुण गांधी ने कहा कि 'उनके लोकसभा क्षेत्र में अगर कोई खुद को गरीब शोषित वंचित महसूस कर रहा है और अकेला महसूस कर रहा है तो यह उनकी सबसे बड़ी हार होगी. क्योंकि वह अपने हर व्यक्ति व जनता के पीछे चट्टान की मजबूती के साथ खड़े हैं.'
गन्ना मूल्य भुगतान पर बोले सांसद-सांसद वरुण गांधी ने कहा कि '80% गन्ना किसान चीनी मिलों तक पहुंचा चुका है. अब तक सरकार ने गन्ना मूल्य घोषित नहीं किया है. क्या यह पाप नहीं है. किसान को पैसा न मिलने से वह कर्ज में डूबे हैं. सबको घर चलाने और बच्चों को पढ़ाने की चिंता सता रही है. आज स्थिति यह है कि पीलीभीत का 80% किसान कर्ज में डूबा है. उन्होंने कहा कि अधिकारियों से निवेदन करना चाहता हूं कि अधिक रूचि लेकर किसानों का गन्ना मूल्य भुगतान कराया जाए. इसके साथ ही तय समय सीमा के साथ भुगतान किया जाए.'
आवारा पशुओं को लेकर बोले वरुण गांधी-सांसद ने कहा कि इन दिनों देश में आवारा पशुओं की प्रमुख समस्या किसानों के सामने आ रही है. ज्यादातर किसान आवारा पशुओं से परेशान हैं. सांसद ने मंच से ही एसडीएम को निर्देशित करते हुए कहा कि आवारा पशुओं का मुद्दा सुलझाने के लिए जिला प्रशासन के स्तर से जो कुछ संभव है, वह किया जाए ताकि किसानों को आवारा पशुओं से निजात मिल सके.
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