पीलीभीत: महिला एवं बाल विकास विभाग के भ्रष्ट सिस्टम से परेशान होकर ज्वलनशील पदार्थ के साथ बीसलपुर तहसील पहुंची आंगनबाड़ी कार्यकत्री ने आत्मदाह का प्रयास किया. समय रहते तहसील के आला अफसरों ने कार्यकत्री को देख लिया और उसे समझा-बुझाकर शांत कराया. दरअसल, महिला एवं बाल विकास विभाग में आंगनबाड़ी कार्यकत्री के रूप में तैनात माया देवी ने लगभग 4 दिन पूर्व वीडियो वायरल कर विभाग का कच्चा चिट्ठा खोला था. जिसके बाद आला अफसर, महिला आंगनबाड़ी कार्यकत्री का उत्पीड़न करने लगे.
भ्रष्ट सिस्टम से परेशान आंगनबाड़ी कार्यकत्री ने तहसील में किया आत्मदाह का प्रयास
पीलीभीत जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग में आंगनबाड़ी कार्यकत्री के रूप में तैनात माया देवी ने लगभग 4 दिन पूर्व वीडियो वायरल कर विभाग का कच्चा चिट्ठा खोला था. जिसके बाद आला अफसर, महिला आंगनबाड़ी कार्यकत्री का उत्पीड़न करने लगे. जिसके बाद कार्रवाई न होते देख महिला ने बीसलपुर तहसील कार्यालय में अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर जीवन लीला समाप्त करने का प्रयास किया. समय रहते तहसील के आला अफसरों ने कार्यकत्री को देख लिया और उसे समझा-बुझाकर शांत कराया.
महिला ने प्रभारी सीडीपीओ मूर्ति पर आरोप लगाते हुए कहा कि लाभार्थियों के लिए आया हुआ आधा पुष्टाहार की मांग मूर्ति की, जब आधा पुष्टाहार देने से मना किया तो नौकरी से निकाल देने की धमकी देने लगी. न्याय की मांग को लेकर दर-दर भटक रही आंगनबाड़ी ने बृहस्पतिवार को आखिरकार बीसलपुर तहसील कार्यालय में अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर जीवन लीला समाप्त करने का प्रयास किया. इसी दौरान नायब तहसीलदार पहुंच गए और महिला को आत्मदाह करने से बचा लिया. याद दिला दें कि, लगभग 4 दिन पूर्व महिला आंगनबाड़ी कार्यकत्री ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर आत्मदाह की चेतावनी विभाग को दी थी. बावजूद इसके विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की.
जिला कार्यक्रम अधिकारी करा रहे थे मामले की जांच
महिला द्वारा बाल पुष्टाहार विभाग में भ्रष्टाचार का आरोप लगाए जाने के बाद जब यह पूरा मामला पीलीभीत के जिला कार्यक्रम अधिकारी अरविंद कुमार के संज्ञान में आया तो पूरे मामले में जांच के आदेश दिए गए थे. वहीं, जांच के नाम पर खानापूर्ति होता देख महिला ने बीसलपुर तहसील परिसर में आत्महत्या करने का प्रयास किया. फिलहाल, महिला को पुलिस अभिरक्षा में थाने भिजवा दिया गया है.