मुजफ्फरनगर:जनपद की बुढाना कोतवाली पुलिस ने एक ऐसे हत्याकांड का खुलासा किया है जो पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था. बड़ौदा गांव में 15 जून को शाहरुख नाम के एक शख्स की गला दबाकर अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी थी. पुलिस ने 9 दिन के बाद शाहरुख हत्याकांड का खुलासा किया है. बुधवार को पुलिस ने शाहरुख के साथ रहने वाले दो दोस्त रवि शंकर उर्फ बंटी और सागर उर्फ विनय को गिरफ्तार किया है. पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने हत्या का गुनाह कबूल किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से कत्ल में इस्तेमाल किये गये एक पिस्टल, चाकू और रस्सी बरामद की है. जांच के दौरान पुलिस ने सर्विलांस की मदद से इस हत्याकांड का खुलासा किया है. पुलिस ने हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
दोस्त ने की दोस्त की हत्या
दो बदमाशों की आपसी रंजिश के चलते शाहरुख की हत्या उसी के दोस्तों ने की. ऐसा इसलिए क्योंकि मृतक शाहरुख का दोस्त शातिर बदमाश रवि शंकर उर्फ बंटी का विवाद गांव के ही दूसरे हिस्ट्रीशीटर बदमाश इरफान उर्फ बिहारी से चल रहा था. इसी बीच आरोपी बंटी ने हिस्ट्रीशीटर बदमाश से अपनी रंजिश निकालने के लिए शाहरुख की गला घोंटकर हत्या कर दी. इसके बाद शव को गांव के पास गन्ना तौल सेंटर के कांटे पर डाल दिया था. इसके बाद आरोपी बंटी ने परिजनों के माध्यम से गांव के हिस्ट्रीशीटर बदमाश पर शाहरुख की हत्या करने का आरोप लगाते हुए अज्ञात में पुलिस को तहरीर दी थी.
मुजफ्फरनगर: शाहरुख हत्याकांड का खुलासा, सलाखों के पीछे पहुंचा असली गुनहगार - दोस्त ने की दोस्त की हत्या
यूपी के मुजफ्फरनगर में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने शाहरुख हत्याकांड का खुलासा किया है. इस हत्याकांड में शामिल दोनों आरोपी शाहरुख के घनिष्ठ मित्र थे. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
उस समय पुलिस ने तत्काल मामले में मुकदमा दर्ज करने के साथ मामले की जांच शुरू कर दी थी. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया था. पुलिस ने सर्विलांस की मदद से इस हत्याकांड का खुलासा किया है. पुलिस ने शाहरुख हत्याकांड में आरोपी दोस्तो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
गांव के ही हिस्ट्रीशीटर बदमाश से थी रंजिश
सीओ गिरजा शंकर त्रिपाठी ने बताया कि शाहरुख नामक युवक की 15 जून को हत्या हुई थी. इस सम्बंध में उसके परिजनो ने गांव के हिस्ट्रीशीटर इरफान उर्फ बिहारी पर आरोप लगाया था. इससे पहले भी 15 मार्च को शाहरुख की हत्या की कोशिश हुई थी. उसमें भी उसी हिस्ट्रीशीटर पर आरोप था और उसे नामजद किया गया था. एक हफ्ते के अंदर इस घटना का खुलासा किया गया. घटना को भ्रमित करने के लिए कुछ लोग लगे हुए थे और इरफान उर्फ बिहारी को मर्डर का आरोपी बता रहे थे.
मगर इसमें दूसरे अपराधी रविशंकर उर्फ बंटी सिंह और सागर सिंह का हाथ था. दोनों की शाहरुख के साथ गांव के हिस्ट्रीशीटर इरफान बिहारी के प्रति रंजिश थी. अपराधियों ने वारदात को इसलिए अंजाम दिया, ताकि इसका पूरा आरोप इरफान बिहारी के ऊपर लग सके. आरोपियों के पास से गला दबाने में प्रयोग की गई रस्सी और एक 32 बोर की पिस्टल बरामद हुई है.
हालांकि 15 जून को शाहरुख हत्याकांड के बाद आरोपी और परिजनों ने मिलकर पुलिस की लापरवाही को लेकर हंगामा किया था. इसके चलके एसएसपी ने बायवाला चौकी के इंचार्ज सुरेंद्र सिंह और कांस्टेबल उमेश कुमार को सस्पेंड कर दिया था.