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शौरम गांव में पिटने वाले BKU के, 26 को होगी महापंचायत: नरेश टिकैत - kisan mahapanchayat will held on 26th february

मुजफ्फरनगर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के शौरम गांव में सोमवार को हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया है. यहां भाजपा कार्यकर्ताओं और किसानों को बीच मारपीट हो गई थी. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने घायल किसानों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि भाकियू इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा. इसको लेकर 26 फरवरी को महापंचायत की जाएगी.

नरेश टिकैत
नरेश टिकैत

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Published : Feb 23, 2021, 6:47 PM IST

मुजफ्फरनगर: शाहपुर थाना क्षेत्र के शौरम गांव में सोमवार को हुए विवाद के मामले ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया है. मंगलवार को राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह और भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत शौरम गांव पहुंचे और घायलों से मुलाकात की.

बता दें कि सोमवार को केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान जब शौरम गांव में एक तेहरवी कार्यक्रम में गए थे तो वहां नारेबाजी को लेकर हुए विवाद में किसानों के साथ भाजपा समर्थकों ने मारपीट की थी, जिसमें कई किसान घायल हो गए थे. इस घटना के बाद किसानों ने शाहपुर थाने का घेराव कर डॉ. संजीव बालियान और उनके समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की तहरीर दी थी और 26 फरवरी को महापंचायत करने का ऐलान कर दिया था.

इस मुद्दे को लेकर मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत शौरम गांव पहुंचे और उन्होंने घायल किसानों से मुलाकात की. यहां से बाराबंकी रवाना होने से पूर्व नरेश टिकैत ने कहा कि इस झगड़े में घायल होने वाले किसान रालोद के कार्यकर्ता नहीं बल्कि भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता हैं. उन्होंने कहा कि शौरम गांव में किसानों के साथ जो हुआ है, वह बहुत गलत हुआ है. भारतीय किसान यूनियन इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा. इसको लेकर 26 फरवरी को महापंचायत की जाएगी.

इसके कुछ देर बाद राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह भी शौरम गांव पहुंचे और उन्होंने भी घायल किसानों से मुलाकात की. यहां चौधरी अजीत सिंह ने कहा कि 26 फरवरी की महापंचायत का फैसला तो किसानों को करना है, लेकिन उसमे वे स्वयं या जयंत आएंगे. उन्होंने कहा कि यदि कोई विवाद था तो केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान को ग्रामीणों को समझाना चाहिए था. इस तरह उनके समर्थकों को पिटाई नहीं करानी चाहिए थी. चौधरी अजीत सिंह ने कहा कि हम हर समय किसानों के साथ हैं.

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