मुजफ्फरनगर:कोरोना काल में सरकार लोगों को मुफ्त में राशन दे रही है, सरकार का उद्देश्य है कि प्रदेश में कोई भी भूखा न सोए. वहीं जिले में कुछ लोग सरकार की इस योजना में पलीता भी लगा रहे हैं.
गुरुवार को जिले की नगर कोतवाली क्षेत्र के खंजापुर गांव के जंगल में बने एक गोदाम पर उपजिलाधिकारी, नायाब तहसीलदार, जिला पूर्ती विभाग और पुलिस विभाग की टीम ने छापा मारा. इस छापेमारी में गोदाम में लगे लगभग 150 कुंतल अवैध चावल मिले. जिन्हें कब्जे में लेकर कार्रवाई की जा रही है.
जानकारी देते उप जिलाधिकारी सदर दीपक कुमार. लॉकडाऊन के चलते सरकार ने गरीबों के लिए महीने में दो बार राशन वितरण की योजना चला रखी है. इसमें महीने के अंतिम 15 दिनों में कार्ड धारकों को प्रति यूनिट 5 किलोग्राम चावल फ्री में वितरण किया जाता है. लेकिन फ्री मिलने वाले चावलों को कार्ड धारक और राशन डीलर सस्ते दामों में चक्कियों पर बेच रहे हैं. चावल के बड़े कारोबारी चक्कीयों से सस्ता चावल खरीदकर चावल भंडारण केंद्रों पर स्टोर कर रहे हैं. वह इस चावल को बड़ी कीमत पर फ्लोर मिलों में सप्लाई करते हैं जहां इस चावल की गेंहू में मिक्स करके पिसाई की जाती है. इससे बनने वाला आटा बाजारों में धड़ल्ले से बेचा जा रहा है.
मुजफ्फरनगर की नगर कोतवाली क्षेत्र के खंजापुर गांव के जंगल मे बने एक कोल्ड ड्रिंक गोदाम पर उपजिलाधिकारी, नायाब तहसीलदार और पुलिस विभाग की टीम ने छापेमारी अभियान चलाया. इसमें गोदाम में सैंकड़ो कुंतल राशन के चावलों से भरी बोरिया पाई गईं. इतना ही नहीं गोदाम के निकट खड़े एक ट्रक और पिकअप में भी चावलों की बोरियां लदी मिलीं. जांच कर रही टीम के बाद मौके पर जिला खाद्य विभाग की टीम ने भी बारीकी से निरीक्षण किया.
इस मामले में गोदाम मालिक अजय का कहना था कि मेरा कोल्ड ड्रिंक का काम है. साथ ही मैं चक्कियों से चावल खरीदकर बाहर भेजता हूं. जिससे मुझे थोड़ा फायदा हो जाता है. वहीं मौके पर मौजूद उप जिलाधिकारी ने प्रथम द्रष्टया इस गोदाम को अवैध माना है. उन्होंने जांच करने के बाद कानूनी कार्रवाई किये जाने का आश्वासन दिया है.