चन्दौली: किसान नेता मणिशंकर चतुर्वेदी(Farmer leader Mani Shankar Chaturvedi arrested ) को बबुरी पुलिस द्वारा जेल भेजने के मामला अब तूल पकड़ता जा है. किसान नेता की गिरफ्तारी से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है. इसमें मणिदेव किसानों का पक्ष रखते दिख रहे है. इस दौरान पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल पूछने पर तिलमिलाए बबुरी थाना प्रभारी(baburi police station in charge) उनसे उलझ गए.
इसके बाद अधिकारियों से बदसलूकी और सरकारी काम मे बाधा डालने की कहानी बनाकर उन्हें जेल भेज दिया. वहीं भाकियू (टिकैत) नेता राकेश टिकैत(BKYU (Tikait) leader Rakesh Tikait) ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस प्रशासन छोड़ने की अपील के साथ ही आंदोलन का अल्टीमेटम भी दे दिया. इसके बाद धान के कटोरे में किसान आंदोलन की सुगबुगाहट तेज हो गई है.
बताया जा रहा है कि शनिवार को आयोजित थाना दिवस के अवसर पर किसान समस्या को लेकर बबुरी थाना पहुंचे. जहां किसान नेता मणिशंकर चतुर्वेदी किसानों की समस्याएं रख रहे थे. उनकी यह बात अधिकारियों को पसंद नहीं आई. इस कहासुनी के बाद पुलिस ने किसान नेता मणि देव चतुर्वेदी को हिरासत में ले लिया. इससे किसान आक्रोशित हो उठे.
भारतीय किसान यूनियन(टिकैत) के कार्यकर्ताओं ने एसपी आवास पहुंचकर इस संबंध में लिखित पत्रक सौंपा. साथ ही किसान नेता के खिलाफ बेजा कार्रवाई पर बड़े आंदोलन और आर-पार की लड़ाई की चेतावनी दी. हालांकि इसका कोई असर नहीं हुआ और पुलिस ने किसान नेता को अधिकारियों संग बदसलूकी करने और सरकारी काम मे बाधा डालने के आरोप में जेल भेज दिया.
वहीं राकेश टिकैत ने भाकियू नेता और पूर्व फौजी मणि देव चतुर्वेदी की गिरफ्तारी के मामले का संज्ञान लिया है.उन्होंने इस बात की पुष्टि की है कि गिरफ्तार किए गए मणि देव चतुर्वेदी और ओमवीर सिंह संगठन के नेता है. मणिदेव को संगठन का सच्चा सिपाही बताते हुए किसान आंदोलन के दौरान उनकी महत्वपूर्ण भूमिका भी बताई. उन्होंने चन्दौली पुलिस प्रशासन से उन्हें छोड़ने की अपील की. साथ ही उन्होंने अपने अंदाज में अल्टीमेटम भी दिया.