चंदौली : पर्यटन की अपार संभावनाओं वाले चंदौली के नौगढ़ में इको टूरिज्म की शुरुआत हो चुकी है. वन विभाग द्वारा पूरे प्रदेश में इको टूरिज्म पॉलिसी के तहत निजी संस्थाओं के साथ मिलकर वन क्षेत्रों में मौजूद रमणीक स्थलों पर पर्यटन की दृष्टि से विकास किया जा रहा है. इसी क्रम में प्रदेश के मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) सुनील चौधरी शनिवार को नौगढ़ पहुंचे.
4 करोड़ का है प्रोजेक्ट
उन्होंने बताया कि इको टूरिज्म पॉलिसी के तहत नौगढ़ के संभावित क्षेत्रों में स्थानीय लोगों के सहयोग से प्रकृति को थोड़ा और करीब से महसूस कराने के लिए पर्यटकों को लुभाने योग्य सुविधाओं को जोड़ा जाएगा. चंदौली के चंद्रप्रभा वन्यजीव अभयारण्य के अंदर पर्यटन विभाग के द्वारा कार्यदाई संस्था कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज (c & ds) के जरिए ईको टूरिज्म को धरातल पर लाने के प्रयास अक्टूबर से शुरू किया जा चुका है. 4 करोड़ रुपए के इस योजना को मूर्त रूप देने में एक साल से ज्यादा वक्त लगेगा.
ऐतिहासिक स्थलों को करेंगे शामिल
मुख्य वन संरक्षक ने बताया कि ईको टूरिज्म से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने के साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. चंद्रप्रभा सेंचुरी और नौगढ़ के कई ऐतिहासिक स्थल इको टूरिज्म के लिए काफी मुफीद है. जो इको टूरिज्म के मापदंड पूरे करने की क्षमता रखते हैं.
नेचर कैम्प की व्यवस्था
उन्होंने बताया कि इको टूरिज्म के तहत चयनित स्थलों पर नेचर कैंप की व्यवस्था की जाएगी. ताकि बाहर से आए देशी या विदेशी पर्यटक यहां बैठकर प्राकृतिक सौंदर्य को निहार सके. इसके साथ ही पर्यटकों को इन स्थानों पर रात्रि विश्राम करने का अलग अनुभव और आनंद की अनुभूति महसूस हो सके.
एडवेंचर खेलों को करेंगे शामिल