चन्दौली: नगर में सफाई व्यवस्था पर करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी नगर पालिका पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्वच्छ सर्वेक्षण में फिसड्डी साबित हुई है. शहर में गंदगी का आलम यह है इस बार हुए स्वच्छ सर्वेक्षण में नगर पालिका अपने पिछले रिकॉर्ड को भी नहीं संभाल पाई है. इस बार की रैंकिंग में पालिका पिछली रैंक के मुकाबले 65 पायदान नीचे गिरते हुए 390वें स्थान पर पहुंच गई है.
चन्दौली: स्वच्छ सर्वेक्षण में फिसड्डी साबित हुई दीनदयाल उपाध्याय नगर पालिका - स्वच्छ भारत अभियान
इस बार हुए स्वच्छ सर्वेक्षण में नगर पालिका पंडित दीनदयाल उपाध्याय अपने पिछले रिकॉर्ड को भी नहीं संभाल पाई है. इस बार की रैंकिंग में पालिका 390वें स्थान पर पहुंच गई है. चेयरमैन संतोष खरवार ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण में बेहतर स्थान पर रहने के लिए साफ सफाई से जुड़े अन्य सामानों की खरीदारी की गई और कहा कि जरुरत के अनुसार काम किया जा रहा है.
शहर में हर तरफ फैले कूड़े और उसके निस्तारण की सही व्यवस्था नहीं किये जाने से रैंक खराब हुई है. स्वच्छ सर्वेक्षण सर्वे के तहत जारी की गई रैंकिंग में नगर पालिका 390 वें स्थान पर पहुंच गई. भारत सरकार के आवासीय और शहरी मामलों के मंत्रालय ने स्वच्छ सर्वेक्षण सर्वे प्रतियोगिता का आयोजन करवाया था. इसमें नगर पालिका पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने भी प्रतिभाग किया था.
चेयरमैन संतोष खरवार ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण में बेहतर स्थान पर रहने के लिए झाड़ू से लेकर डस्टबीन और साफ सफाई से जुड़े अन्य सामानों की भी खरीदारी हुई. हालांकि इसके बाद भी चेयरमैन का कहना है कि जरूरत के अनुसार काम किया जा रहा है.