मुरादाबाद: स्वरोजगार की तरफ बढ़ रहें युवाओं के कदम, उद्योग केंद्र देगा प्रशिक्षण
यूपी के मुरादाबाद स्थित जिला उद्योग केंद्र में अनलॉक 1 के बाद लगभग 500 लोगों ने अपना कारोबार शुरू करने के लिए आवेदन किया है. उद्योग केंद्र ऐसे युवाओं को प्रशिक्षण देने और कारोबार शुरू करने के लिए अनुदान देने की तैयारी कर रहा है.
मुरादाबाद: वैश्विक महामारी कोरोना के चलते लोगों के सामने रोजगार की चुनौती है, वहीं प्रवासी मजदूरों को भी अब परिवार की जरूरतों के लिए काम की तलाश है. कारोबारी गतिविधियां केंद्र सरकार के निर्देश पर शुरू हुई है. मगर अभी भी कारोबार रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है. महामारी के बीच अब ज्यादातर लोग खुद के कारोबार शुरू करने को लेकर गंभीरता दिखा रहें है. साथ ही सरकार की अलग-अलग योजनाओं में आवेदन कर रहें हैं. मुरादाबाद स्थित जिला उद्योग केंद्र में अनलॉक-1 के बाद लगभग 500 लोगों ने अपना कारोबार शुरू करने के लिए आवेदन किया है. हस्तशिल्प उद्योग के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी युवा कारोबार को लेकर दिलचस्पी दिखा रहें हैं. वहीं उद्योग केंद्र ऐसे युवाओं को प्रशिक्षण देने और कारोबार शुरू करने के लिए अनुदान देने की तैयारी कर रहा है.
स्वरोजगार की तैयारी शुर कर रहे युवा
मुरादाबाद जनपद को पीतल उत्पादों के लिए पूरी दुनिया में पहचाना जाता है. कोरोना संकट के चलते पीतल उधोग बदहाली की मार झेल रहा है, वहीं कारोबारियों के पास ऑर्डर न होने के चलते उद्योग से जुड़े मजदूर भी खाली हाथ बैठे है. केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से संचालित स्वरोजगार योजनाओं के जरिए अब खाली बैठें मजदूरों को प्रशासन रोजगार दिलाने की तैयारी कर रहा है. वहीं इस दौरान सैकड़ों लोगों ने अपने खुद के कारोबार की तैयारी भी शुरू कर दी है. जिला उद्योग केंद्र में हर रोज दर्जनों युवा कारोबार शुरू करने के लिए आवेदन कर रहें है. जिला उद्योग केंद्र के उपायुक्त अनुज कुमार ने बताया कि अब विभाग को 500 तक आवेदन ऑनलाइन पोर्टल के जरिए प्राप्त हुए हैं. युवा अपना कारोबार शुरू करने के लिए सरकार की योजनाओं की जानकारी जुटा रहें हैं.
लोगों में कारोबार को लेकर उत्साह
जिला उद्योग केंद्र के मुताबिक ज्यादातर युवा हस्तशिल्प उद्योग से जुड़ा कारोबार शुरू करने को लेकर आवेदन कर रहें हैं. मगर कई युवा अन्य क्षेत्रों में भी कारोबार को लेकर उत्साहित है. युवाओं के बीच खाद्य पदार्थों, सजावटी उत्पाद, बच्चों के खिलौने और फर्नीचर कारोबार को लेकर भी आकर्षण दिख रहा है. उद्योग केंद्र सभी आवेदनों की जांच कर विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत मिलने वाले अनुदान देकर कारोबार शुरू करने में मदद कर चुका है. जिला उद्योग केंद्र उपायुक्त अनुज कुमार के मुताबिक लॉकडाउन में वापस लौटे प्रवासी मजदूर पीतल उद्योग में काम करने को तैयार हैं, वहीं कई मजदूर अब वापस जाने की जगह अपना कारोबार शुरू करने को लेकर उत्साहित है.
खुद का कारोबार शुरू करने के लिए आवेदन कर रहें युवाओं से कारोबार को रफ्तार मिलेगी, वहीं स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिल पाएगा. जिला उद्योग केंद्र की तरफ से जल्द ही कारोबार शुरू करने वाले लोगों को दस दिवसीय प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है, ताकि युवा कारोबारी बारीकियों को सीख पाएं.