मुरादाबाद: खतरनाक बीहड़ों में छिपे डकैत हों या फिर जंगलों में तैयारी के साथ घात लगाए बैठे नक्सली. ये दोनों अक्सर ही सुरक्षा बलों के लिए बड़ी चुनौती होते हैं. जंगल की इन्हीं चुनौतियों का सामना करने के लिए अब पीएसी में महिला जवानों को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है. मुरादाबाद स्थित 9वीं वाहिनी पीएसी की महिला जवान आजकल जंगल में युद्ध अभ्यास कर खुद को तैयार कर रही हैं.
प्रशिक्षकों की देखरेख में ट्रेनिंग
कुशल प्रशिक्षकों और अधिकारियों की देखरेख में पीएसी महिला जवानों को जंगल के युद्ध के नियमों को सिखाया जा रहा है. जंगल में घात लगाकर नक्सलियों की तलाश करना हो या फिर पैट्रोलिंग के दौरान खुद को सुरक्षित रखना. प्रशिक्षण में ये सभी गुण महिला जवानों को सिखाए जा रहे हैं. पीएसी की तकरीबन 200 महिला जवान जंगल में प्रशिक्षण ले रही हैं.
अलर्ट मोड पर जवान
पीएसी बलों को नक्सलियों-आतंकियों से मुकाबले के लिए हमेशा तैयार रहना पड़ता है. साथ ही साथ इन्हें बीहड़ जैसे अत्यंत संवेदनशील स्थानों पर रहने वाले डकैतों से भी मोर्चा लेना पड़ता है. कानून व्यवस्था बनाए रखना हो या जंगल में छिपे नक्सलियों का सामना करना हो. पीएसी के जवान हमेशा अलर्ट मोड पर रहते हैं.