मुरादाबाद: एक दुल्हन के हाथों की मेहंदी की लाली उस समय फिकी हो गई, जब दहेज के लोभी दहेज की मांग पूरी न होने पर बारात लेकर नहीं पहुंचे. बस फिर क्या था, दुल्हन शादी के जोड़े में ही दहेज लोभियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए थाने पहुंच गई. वधु पक्ष हरियाणा जिले के फरीदाबाद से मुरादाबाद शादी के लिए आए थे. इस दौरान बारात पहुंचने से ठीक पहले दो लाख रुपये की देने की मांग की गई.
दहेज न मिलने पर नहीं आए बाराती. हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिले की रहने वाली कविता की शादी मुरादाबाद के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के काजीपुरा के रहने वाले अमित से पक्की हुई थी. कविता के परिवार वालों को मुरादाबाद आकर ही शादी करनी थी. शादी का कार्यक्रम सोमवार को 18 नवंबर को हरथला कालोनी में होना था. अमित के परिवार वालों को सोमवार के दिन बारात लेकर पहुंचना था. मंडप सजने के साथ ही सभी तैयारियां भी पूरी हो चुकी थीं और साथ ही बारातियों के लिए खाना तैयार हो चुका था. दुल्हन पक्ष बारातियों के स्वागत की तैयारी कर रहे थे, लेकिन धीरे-धीरे दोपहर से शाम होने लगी. जब बारात नहीं आई तो दुल्हन पक्ष ने दूल्हा पक्ष से बात की तो उन्होंने कहा कि बारात तब आएगी, जब दो लाख रुपये देंगे. यह बात सुनकर दुल्हन पक्ष के लोगो में हड़कम्प मच गया. कविता के घर वालों ने अमित के परिवार वालों को काफी समझाया कि वे गरीब लोग हैं, दहेज की इतनी रकम नहीं दे पाएंगे, लेकिन अमित के घर वालों ने लड़की पक्ष की एक बात नहीं मानी.
इसे भी पढ़ें- बदायूं: विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, परिजनों ने लगाया दहेज और हत्या का आरोप
इसके बाद कविता ने पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिसकर्मी दुल्हन और परिजनों को लेकर सिविल लाइन थाने ले आई. दुल्हन कविता से तहरीर लेकर पुलिस आगे की कार्रवाई की बात कह रही है.
शादी की सभी तैयारी पूरी हो चुकी थी. बारात आने से पहले दहेज की मांग सामने रख दी गई. मेरे मां-बाप बहुत गरीब हैं. वह प्राइवेट नौकरी करते हैं. दो लाख की रकम कहां से देंगे. पैसै न देने की वजह से वे लोग बारात लेकर नहीं आए और बहाना करने लगे कि आठ बजे आएंगे और दुल्हन को लेकर चले जाएंगे. मैं अब वहां जाना नहीं चाहती. मेरे मां-बाप का जो रुपया खर्च हुआ है, वह वापस कर दें.
-कविता, दुल्हन
हमको सूचना मिली थी कि दहेज के चलते बाराती बारात लेकर नहीं आए. वहीं जब हमने जाकर देखा तो बारात नहीं आई थी. खाना सब तैयार था. दुल्हन को लेकर सिविल लाइन पुलिस थाने ले आई है.
-राजेश, सिपाही