मिर्जापुर: पाकिस्तान की जेल से 11 वर्षों के बाद घर लौटा पुनवासी बहुती बसईटा से फिर लापता हो गया है. बहन ने आस-पास के गांव में खोजबीन की, पर उसका पता नहीं चला. पुनवासी के न मिलने पर परेशान उसकी बहन ने लालगंज थाने पर फोन कर उसके लापता होने की जानकारी दी है.
पाकिस्तान की जेल से 11 साल बाद वापस मिर्जापुर आया पुनवासी फिर लापता
मिर्जापुर में 11 वर्षों के बाद पाकिस्तान की जेल से वतन लौटा पुनवासी सोमवार की दोपहर बहुती बसईटा से फिर लापता हो गया. शाम को घर पर न मिलने पर परिजनों ने आस-पास के गांव में खोजबीन की, पर उसका पता नहीं चला. पुनवासी की बहन ने लालगंज थाने पर फोन कर उसके लापता होने की जानकारी दी.
11 साल बाद पाकिस्तान जेल से रिहा हुआ पुनवासी फिर से हुआ लापता
पाकिस्तान जेल में ग्यारह साल यातना झेल कर घर वापस लौटा पुनवासी मंगलवार की दोपहर अचानक फिर से लापता हो गया है. आस-पास तलाश के बावजूद देर शाम तक नहीं मिलने पर बहन ने थाने पहुंचकर लापता भाई की तलाश कराने की गुहार लगाई है. पुनवासी के दोबारा लापता होने पर ग्रामीणों में हड़कंप मचा है. बताया जा रहा है मंगलवार को बहन काम पर चली गई. बहनोई बकरी चराने चला गया. किरण के दोनों बेटे मिर्जापुर काम के लिए चले गए घर पर बहू अकेले थी. दोपहर में बहू कपड़ा धोने के लिए बगल के नल पर गई थी. दोपहर बाद लगभग तीन बजे अचानक पुनवासी घर से निकला और लापता हो गया है.
2009 में हुआ था लापता 2021 में पहुंचा घर
दरअसल, देहात कोतवाली के भरुहना के रहने वाला पुनवासी 11 वर्ष पहले 2009 में भटककर पाकिस्तान चला गया था. दो वर्ष पहले पाकिस्तान की सरकार ने मानसिक रूप से कमजोर हो चुके पुनवासी अधूरे नाम पते की जानकारी भारत सरकार को दी. इसकी सूचना मिर्जापुर में आई. इसके बाद जिले के एलआईयू निरीक्षक इंद्र भूषण यादव ने दो वर्ष के अथक प्रयास के बाद किसी तरह से पुनवासी का पता खोजा. 17 नवंबर को पुनवासी को अटारी बॉर्डर पर बीएसएफ को पाकिस्तान ने सौंपा. पांच जनवरी को जिला प्रशासन की मदद से पुनवासी की बहन किरण और जीजा मुन्नू उसे लेकर मिर्जापुर आए. तब से पुनवासी बहन के घर रहा रहा था मगर अब फिर से बहन पुनवासी के तलाश की गुहार लगा रही है.