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मिर्जापुर: बायोडायवर्सिटी पार्क निर्माण के लिए मिली हरी झंडी, जल्द शुरू होगा काम

मिर्जापुर जिले में जल्द ही बायोडायवर्सिटी पार्क का निर्माण कार्य शुरू होने वाला है. कोरोड़ों की लागत से बनने वाले इस पार्क से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. डीएफओ राकेश चौधरी ने बताया कि दो भागों में बांटकर इस पार्क का निर्माण कार्य कराया जाएगा.

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Published : Oct 29, 2020, 1:48 PM IST

बायोडायवर्सिटी पार्क निर्माण कार्य
बायोडायवर्सिटी पार्क निर्माण कार्य

मिर्जापुर : जनपद मिर्जापुर पर्यटन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण जिला माना जाता है. यहां की प्राकृतिक सुंदरता लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है. जिले को एक नई सौगात मिलने वाली है जिले के बीच में मोहनपुर पहड़ी के वीरान पड़ी जमीन पर बायोडायवर्सिटी पार्क का निर्माण होने जा रहा है. जिसका निर्माण 6 करोड़ 28 लाख की लागत से 450 एकड़ में किया जाएगा.

बायोडायवर्सिटी पार्क निर्माण कार्य जल्द होगा शुरू
करोड़ों की लागत से होगा निर्माणडीएफओ राकेश चौधरी ने बताया कि पहाड़ी विकासखंड के मोहन पहाड़ी पर वीरान पड़ी 450 एकड़ के जमीन पर 6 करोड़ 28 लाख की लागत से बायोडायवर्सिटी पार्क बनने जा रहा है. पहले फेज के लिए एक करोड़ 80 लाख रुपये की धनराशि को स्वीकृति मिल गई है. नेशनल हाईवे 7 के दोनों तरफ जैव विविधता पार्क फैला रहेगा. इसके लिए प्रोजेक्ट सरकार को भेजा गया था जिसे सैद्धांतिक स्वीकृति प्राप्त हो गई है. अब बजट रिलीज होने का इंतजार है. इस पार्क को मियावाकी पर्यटन पर सघन वन लगाकर विकास होना है. जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इस पार्क को दो भागों में बांटकर विकास किया जाएगा. पहला विजीटर जोन दूसरा नेचर कंजर्वेशन जोन. नेचर कंजर्वेशन जोन में यहां के जो स्थानिक प्रजातियां हैं जो विलुप्त हो रहे हैं उनको रोपण करके उनका विकास किया जाएगा और विजिटर जोन में पर्यटकों की सुविधा के लिए बैठने के लिए बेंच, बच्चों के लिए झूला और घूमने के लिए स्थान रहेगा. वन विभाग द्वारा पार्क को 5 वर्ष में विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है. खूबसूरत पार्क बन जाने से यहां के लोगों को और आने वाले पर्यटकों को एक नयाब चीज मिल जाएगा. साथ ही भरपूर मात्रा में यहां पर ऑक्सीजन मिलेगा. इस मनोरम स्थल को हर कोई देखना चाहेगा.ड्रीम प्रोजेक्ट में क्या होगा खासविजिटर जोन में पर्यटकों की सुविधा के लिए टॉयलेट, वेंचर्स कैटेरिया और बेडरूम जैसी सुविधाएं मौजूद रहेंगी. पक्षियों के लिए यहां पर बड़े-बड़े जलाशय रहेगा. साथ ही पछियां सर्दी के दिनों में आकर प्रवास करेंगे पार्क में छोटे-छोटे वेडलाइंस रहेगा. इसको डेवलप करके उनके प्रवास के लिए रुकने के लिए व्यवस्था की जाएगी. मछलियों के लिए उनको डेवलपमेंट करने का भी रहेगा. प्रवासी पक्षियों आती हैं उनको एक अच्छा प्राकृतिक वास मिले इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा. विलुप्त हो रहे पौधों को उगाया जाएगा. नमामि गंगे के तहत स्वीकृति नहीं मिल पाई है, लेकिन कैम्पा निधि से स्वीकृति मिल गई है और इस पर अब केवल बजट रिलीज होने का इंतजार है आते ही काम शुरू कर दिया जाएगा.

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