मिर्जापुर:प्रदेश मेंसरकार बदलते ही कई सरकारी योजनाएं और उनके नाम भी बदल जाते हैं. यही नहीं कई योजनाओं पर कब ताला लग जाता है और किसी को पता भी नहीं चलता. यही हुआ है बसपा सरकार में महत्वाकांक्षी योजना रही 'मुख्यमंत्री महामाया सचल अस्पताल योजना' की. इस योजना में संचालित गाड़ी के पहिए अब जहां के तहां थम गए हैं. साथ ही लाखों का वाहन को सड़ने और नष्ट होने के लिए संबंधित अस्पतालों में खड़ा कर दिया गया है. मिर्जापुर के कछवा समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर अब इस चलते फिरते अस्पताल का कोई सुध लेने वाला नहीं है.
सरकार बदलते ही थमी योजनाएं
शासन की योजनाओं और उसकी मंशा पर निजाम बदलते ही ग्रहण सा लग जाता है. इसी कड़ी का एक नजीर कछवा समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर देखने को मिलता है. बसपा सरकार के सत्ता से हटते ही उसकी महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री महामाया सचल अस्पताल की गाड़ी भी रुक गई हैं. वाहनों को सड़ने के लिए संबंधित अस्पतालों में खड़ी कर दिया गया है. जनपद मिर्जापुर में कुल 11 मोबाइल मेडिकल यूनिट विभिन्न सीएससी पीएससी पर आए थे. संचालन न होने से जगह-जगह खड़ी है. इस चलते-फिरते अस्पताल में एक डॉक्टर टेक्नीशियन समेत फौरी तौर पर पीड़ित असहायों के इलाज के लिए सुसज्जित और आधुनिक सुविधाजनक इलाज के संसाधन वाहन में संचालित थे.
योजना के पर धन का दुरुपयोग-