मेरठ: लॉकडाउन के चलते धूमधाम से शादी करने वालों की हसरतों पर पानी फिर रहा है. शादी की तारीख पहले से ही तय हो जाने और लॉकडाउन न खुलने पर अब दूल्हा गिनती के बारातियों के साथ अपनी दुल्हन को फेरों के बाद विदा कर अपने साथ ले जा रहा है. शादी भी अब बिना दान-दहेज के हो रही है. ऐसा ही वाक्या सामने आया जिले के दुल्हैड़ा चौहान गांव में. यहां रविवार को अक्षय तृतीया पर दूल्हा तीन बारातियों को लेकर अपनी दुल्हन को लेने पहुंचा. इस बारात में न तो बैंडबाजा था और न ही डीजे.
शादी की तारीख पहले से थी तय
दोनों के परिवार के लोगों ने शादी की तारीख लॉकडाउन से पहले ही अक्षय तृतीया के दिन तय कर दी थी. पहले चरण का लॉकडाउन 14 अप्रैल तक था. दोनों के परिजनों को उम्मीद थी कि शादी की तारीख 26 अप्रैल है, तब शादी धूमधाम से करेंगे. इसके लिए दोनों के ही परिवार वालों ने पूरी तैयारी की थी. मंडप आदि भी बुक कर लिए गए थे, लेकिन जब लॉकडाउन बढ़कर 3 मई हो गया तो दोनों ही परिवार के लोगों की उम्मीदों पर पानी फिर गया.
अक्षय तृतीया के दिन ही पहुंचा दूल्हालॉकडाउन के बीच ही शादी की तारीख आने पर दोनों ही पक्षों ने तय किया कि तय समय पर ही फेरे होंगे और दुल्हन को विदा कर अपने साथ ले जाएंगे. जिसके बाद रविवार को जिले के ही दतावली गांव का रहने वाला दूल्हा लुक्स चौहान पुत्र पदम चौहान तीन बरातियों के साथ बारात लेकर दुल्हैड़ा चौहान गांव में पहुंचा. यहां हिंदू रीति रिवाज के साथ दुल्हन आंचल पुत्री वीरेंद्र चौहान के साथ जयमाला के बाद फेरे हुए.
सोशल डिस्टेंसिंग का रखा ध्यान
फेरे के दौरान दूल्हा दुल्हन ने सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा. बाद में दुल्हन पक्ष के लोगों ने आशीर्वाद देकर दोनों को विदा किया. इस दौरान दूल्हे पक्ष ने किसी तरह का दान दहेज नहीं लिया. दुल्हन पक्ष के भी परिवार के ही लोग इस शादी में शामिल हुए. लॉकडाउन के कारण रिश्तेदार भी शादी में शामिल नहीं हुए.
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