मेरठ:यूपी में शिक्षण सत्र 2022-2023 इस वक्त जारी है. वहीं, दूसरी तरफ सर्दी का सितम भी जारी है. लगभग आधे से ज्यादा सत्र समाप्त हो चुका. लेकिन, बेसिक शिक्षा के स्कूलों में पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को जूते मोजे, दो जोड़ी ड्रेस, स्कूल बैग, स्टेशनरी और स्वेटर खरीदने के नाम पर मिलने वाला पैसा सभी को नहीं मिल पाया है. मेरठ मंडल की अगर बात करें तो मंडल के 6 जिलों में करीब 3 लाख 22 हजार से भी अधिक स्टूडेंट्स अभी भी सरकार की तरफ से मिलने वाले 1200 रुपये का इंतजार कर रहे हैं.
मेरठ मंडल की अगर बात की जाए तो हैरानी की बात यह है कि इस मंडल में अभी भी शिक्षा ग्रहण करने वाले उच्च प्राथमिक स्कूलों के छात्रों को सरकार की तरफ से मिलने वाली 1200 रुपये की राशि नहीं मिल सकी है. ईटीवी भारत ने इस मामले में अधिकारियों से भी बात की. लेकिन, वह भी गोलमोल जवाब देते हैं. जब बार-बार उनसे जानने की कोशिश की गई कि आखिर मंडल में कितने स्टूडेंट्स के परिजनों को पैसा मिला तो मंडल के बेसिक शिक्षा विभाग के सहायक शिक्षा निदेशक दिनेश यादव ने बताया कि 8 लाख 19 हजार 747 कुल पंजीकृत छात्र हैं. इनमें से अभी 4 लाख 97 हजार 277 स्टूडेंट्स के परिजनों के खाते में पैसा पहुंच चुका है.
मेरठ मंडल के बेसिक शिक्षा विभाग के सहायक शिक्षा निदेशक दिनेश यादव का कहना है कि जो पैसा दिया गया है, उसमें जूते के लिए 125 रुपये, स्कूल बैग के लिए 175 रुपये, सौ रुपये स्टेशनरी इत्यादि के लिए होता है. उन्होंने बताया कि प्रत्येक छात्र के अभिभावक के खाते में कुल 1200 रुपये भेजे जाते हैं.