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बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों का हाल, आधा सत्र बीत गया फिर भी 3.22 लाख बच्चों को नहीं मिला सरकारी पैसा - मेरठ मंडल के स्कूलों की हकीकत

यूपी में पढ़ाई का आधा सत्र निकल चुका है. लेकिन, मेरठ मंडल में अभी भी 3 लाख 22 हजार, 470 छात्रों तक सरकार से मिलने वाला पैसा नहीं पहुंचा है. ऐसे ही कई और जिले हैं, जहां बच्चों के अभिभावकों के खाते में पैसा नहीं पहुंचा है.

बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों का हाल
बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों का हाल

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Published : Dec 31, 2022, 11:42 AM IST

बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों के हाल पर विशेष रिपोर्ट.

मेरठ:यूपी में शिक्षण सत्र 2022-2023 इस वक्त जारी है. वहीं, दूसरी तरफ सर्दी का सितम भी जारी है. लगभग आधे से ज्यादा सत्र समाप्त हो चुका. लेकिन, बेसिक शिक्षा के स्कूलों में पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को जूते मोजे, दो जोड़ी ड्रेस, स्कूल बैग, स्टेशनरी और स्वेटर खरीदने के नाम पर मिलने वाला पैसा सभी को नहीं मिल पाया है. मेरठ मंडल की अगर बात करें तो मंडल के 6 जिलों में करीब 3 लाख 22 हजार से भी अधिक स्टूडेंट्स अभी भी सरकार की तरफ से मिलने वाले 1200 रुपये का इंतजार कर रहे हैं.

मेरठ मंडल की अगर बात की जाए तो हैरानी की बात यह है कि इस मंडल में अभी भी शिक्षा ग्रहण करने वाले उच्च प्राथमिक स्कूलों के छात्रों को सरकार की तरफ से मिलने वाली 1200 रुपये की राशि नहीं मिल सकी है. ईटीवी भारत ने इस मामले में अधिकारियों से भी बात की. लेकिन, वह भी गोलमोल जवाब देते हैं. जब बार-बार उनसे जानने की कोशिश की गई कि आखिर मंडल में कितने स्टूडेंट्स के परिजनों को पैसा मिला तो मंडल के बेसिक शिक्षा विभाग के सहायक शिक्षा निदेशक दिनेश यादव ने बताया कि 8 लाख 19 हजार 747 कुल पंजीकृत छात्र हैं. इनमें से अभी 4 लाख 97 हजार 277 स्टूडेंट्स के परिजनों के खाते में पैसा पहुंच चुका है.
मेरठ मंडल के बेसिक शिक्षा विभाग के सहायक शिक्षा निदेशक दिनेश यादव का कहना है कि जो पैसा दिया गया है, उसमें जूते के लिए 125 रुपये, स्कूल बैग के लिए 175 रुपये, सौ रुपये स्टेशनरी इत्यादि के लिए होता है. उन्होंने बताया कि प्रत्येक छात्र के अभिभावक के खाते में कुल 1200 रुपये भेजे जाते हैं.

ये है इन जिलों का हाल

  • गाजियाबाद जिले की अगर बात करें तो जिले में 101869 स्टूडेंट हैं, जोकि पंजीकृत हैं. लेकिन, अभी 79547 छात्रों तक ही डीवीटी के माध्यम से सरकार की तरफ से मिलने वाली 1200 रुपये की रकम पहुंची है.
  • गौतमबुद्धनगर में 101041 छात्र पंजीकृत हैं. लेकिन, सिर्फ 55446 छात्रों को ही पैसा मिल पाया है.
  • बुलंदशहर जिले में कुल छात्र 279774 हैं. 166526 को ही अभी पैसा प्राप्त हुआ है.
  • बागपत जिले की अगर बात करें तो यहां कुल 88896 छात्र पंजीकृत हैं. अभी 56370 को ही पैसा मिल पाया है.
  • हापुड़ जिले में 82536 छात्र पंजीकृत हैं. 38232 छात्रों के अभिभावकों के खाते तक ही यह रकम पहुंच पाई है.
  • मेरठ जिले की अगर बात करें तो यहां बेसिक शिक्षा के सरकारी स्कूलों में जो छात्र छात्राएं पंजीकृत हैं, उनकी संख्या 165631 है. मेरठ में अभी 101156 स्टूडेंट्स के परिजनों के खाते में ही यह रकम पहुंच पाई है.

इस तरह से मंडल के कुल 6 जनपद के 8 लाख 19 हजार 747 पंजीकृत छात्रों में से सिर्फ 4 लाख 97 हजार 277 विधार्थियों को ही जूते, मोजे, स्वेटर, स्टेशनरी आदि के नाम पर सरकार की तरफ से दी जाने वाली राशि पहुंची है. अभी तक 3 लाख 22 हजार 470 छात्रों का आधे से ज्यादा पढ़ाई का सत्र पूर्ण हो चुका है. जनवरी की शुरुआत होने को है. सर्दी खूब हो रही है. लेकिन, अभी भी यह धनराशि नहीं मिल सकी है.

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