मेरठ: जिले के नोडल अधिकारी और प्रमुख सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन टी. वेंकटेश ने गुरुवार को बचत भवन में निजी अस्पतालों की इमरजेन्सी शुरू कराने के संबंध में प्राइवेट डाक्टरों के साथ बैठक की. इस दौरान जिले और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे. प्रमुख सचिव ने नर्सिंग होम संचालकों के साथ स्वास्थ्य विभाग का एक व्हाट्सऐप ग्रुप बनाये जाने के लिए कहा. ताकि इससे सूचनाओं का आदान-प्रदान सुगमता से और त्वरित हो सके.
नवीन मंडी में निरीक्षण करने पहुंचे प्रमुख सचिव 8 सदस्य समिति का गठन करें प्रमुख सचिव सिंचाई टी. वेंकटेश ने शासन द्वारा निर्धारित इन्फेक्शन प्रिवेंशन प्रोटोकाल की गाइड लाइन के अनुसार अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये. इसके लिए 8 सदस्यीय समिति का गठन करने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि अस्पताल अपने यहां सैनिटाइजेशन प्रोटोकाल को फॉलो करें. बैठक में डीएम अनिल ढींगरा ने कहा कि निजी अस्पताल सिमटोमेटिक मरीज को सीएमओ कार्यालय में भेजे. इसकेे आगे की व्यवस्था सीएमओ कार्यालय करेगा. निजी अस्पताल केवल नाॅन कोविड इमरजेन्सी खोले.
कोरोना जांच के लिए दो संस्थाओं को मंजूरी
सीएमओ डॉ. राजकुमार ने बताया कि आई.सी.एम.आर ने कोरोना की जांच के लिए दो संस्थाओं को अनुमति प्रदान की है. एक संस्था जो कि निःशुल्क जांच करेंगी उसको पी.एल.शर्मा जिला अस्पताल में स्थान आवंटित कर दिया गया है. दूसरी मार्डन पैथोलोजी है, जो कि शुल्क लेकर जांच करेगी. जनपद में 242 पंजीकृत नर्सिंग होम है और करीब 1,052 प्राइवेट क्लीनिक है. निजी चिकित्सालयों में इमरजेंसी सेवा शुरू करने के लिए 10 अस्पतालों ने सहमति दी थी, जिनका प्रशिक्षण भी करा लिया गया है. जिला कारागार में कैदियों ने बनाए मास्क, निरीक्षण करने पहुंचे प्रमुख सचिव नवीन मंडी का किया निरीक्षण प्रमुख सचिव सिंचाई टी. वेंकटेश ने दिल्ली रोड स्थित नवीन मंडी का भी निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि मंडी में भीड़ कम से कम हो और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सभी करें. मंडी में सैनिटाइजेशन, थर्मल स्क्रीनिंग और हाथ धोने की व्यवस्था नियमित रूप से जारी रखने के निर्देश दिये. नवीन मंडी में निरीक्षण के दौरान एडीजी प्रशांत कुमार, डीएम अनिल ढींगरा और अन्य सीनियर प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे.
डीएम ने बताया कि फल मंडी और सब्जी मंडी का समय रात 12 बजे से अगले दिन प्रातः 7 बजे का है. खाद्यान्न मंडी का समय सुबह 7 बजे से सुबह 10 बजे तक का है. पासधारकों को ही मंडी में प्रवेश दिया जा रहा है.
प्राइवेट नर्सिंग होम संचालक और डॉक्टरों के साथ बैठक करते प्रमुख सचिव कैदियों द्वारा बनाए जा रहे मास्क का प्रमुख सचिव ने निरीक्षण किया प्रमुख सचिव टी. वेंकटेश ने जिला कारागार का निरीक्षण कर वहां कैदियों द्वारा बनाये जा रहे माॅस्क को देखा. उन्होंने कैदियों द्वारा बनाये जा रहे अन्य सामान जैसे फुटबाॅल, स्पोर्टस आइटम, ट्रैक सूट आदि के कार्यों को भी देखा.
जिला कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक बी.डी. पांडेय ने बताया कि जिला कारागार में करीब 30 कैदी प्रतिदिन 200 से 250 मास्क बनाते हैं. जिला कारागार में मार्च महीने से मास्क बनाने का कार्य किया जा रहा है. अब तक करीब 1 लाख 28 हजार मास्क बनाये जा चुके हैं. इस दौरान डीएम अनिल ढींगरा, एसएसपी अजय साहनी, सीडीओ ईशा दुहन, एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह आदि मौजूद रहे.