मेरठ :दिल्ली के रोहिणी में हुए सूट आउट के बाद मेरठ में ईटीवी भारत ने कोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था को परखा. कैमरे के चलते ही कोर्ट के मुख्य द्वारों पर सुरक्षाकर्मी एक्टिव हो गए. हालांकि जब इस बारे में बार एसोसिएशन के जिम्मेदार पदाधिकारियों व अधिवक्ताओं से जानकारी की गई तो वे कोर्ट में सुरक्षा व्यवस्था इंतजामों की पोल खोलते नजर आए.
दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में हुए गैंगवॉर ने एक बार फिर न्यायालयों में सुरक्षा की बदइंतजामी को उजागर कर दिया. इसके बाद भी मेरठ कोर्ट परिसर और इसके आसपास के इलाकों में पुलिस प्रशासन सुरक्षा की दृष्टि से कोई खास बदलाव करते नहीं नजर आया.
रोहिणी कोर्ट में गैंगवार पर मेरठ के अधिवक्ताओं ने भी कोर्ट में सुरक्षा इंतजामों की खोली पोल, दिए ये सुझाव ईटीवी भारत ने मेरठ कचहरी पहुंचकर यहां के सुरक्षा इंतजाम को परखा. अधिवक्ताओं से बातचीत भी की. इस दौरान अधिवक्ताओं ने कहा कि कोई भी घटना होती है तो कुछ वक्त पुलिस प्रशासन चुस्त दुरूस्त रहता है. सुरक्षा के इंतजामों में कई तरह के फेरबदल भी किए जाते हैं. लेकिन जल्द ही पूरी व्यवस्था ढाक के तीन पात हो जाती है.
कुछ तश्वीरें जो ईटीवी भारत के कैमरे में क़ैद हुईं, उनमें देखा गया कि जब तक कैमरे पर पुलिसकर्मियों की नजर नहीं पड़ी, तब तक उन्हें किसी से रोकटोक करना व जांच करना नागवार लगा. हालांकि जैसे ही ईटीवी भारत के कैमरे उन्हें नजर आए तो सुरक्षाकर्मियों ने भी तत्परता दिखानी सतर्क होकर ड्यूटी करनी शुरू कर दी. कुछ सुरक्षाकर्मी तो कैदियों के साथ कोल्डड्रिंक पीते दिखे तो कहीं कोई कान की सफाई कराते.
अधिवक्ताओं ने कहा कि मेरठ में तो कई बार ऐसी घटनाएं हुई हैं जब खुलेआम कचहरी में ही गैंगवार औक हत्याएं हुईं हैं. अधिवक्ताओं ने कहा कि जो सिक्योरिटी सिस्टम अलग-अलग जगहों पर लगाए गए हैं, वो महज शोपीस बनकर रह गए हैं.
रोहिणी कोर्ट में गैंगवार पर मेरठ के अधिवक्ताओं ने भी कोर्ट में सुरक्षा इंतजामों की खोली पोल, दिए ये सुझाव यह भी पढ़ें :धर्मांतरण केस में गिरफ्तार मौलाना कलीम सिद्दीकी ने सना खान का कराया था निकाह
अदालतों में प्रवेश से पहले कई स्थानों पर सुरक्षा जांच को लगे उपकरण यहां सिर्फ होने की सार्थकता दर्शाते दिखे. वहीं वाहनों की लंबी कतारें ये बताने को काफी थीं कि किसी तरह की कोई रोकथाम वहां नहीं है. अधिवक्ताओं ने बताया कि सभी लोग वाहनों के साथ कचहरी में प्रवेश करते हैं जबकि जो अधिवक्तागण हैं, उन्हें इससे खासी दिक्कतें होतीं हैं.
रोहिणी कोर्ट में गैंगवार पर मेरठ के अधिवक्ताओं ने भी कोर्ट में सुरक्षा इंतजामों की खोली पोल, दिए ये सुझाव वरिष्ठ अधिवक्ता व पूर्व महांमत्री बार एसोसिएशन रामकुमार शर्मा का कहना है कि न जाने कितनी ही बार मेरठ में कोर्ट में गैंगवार और हत्याएं हुई हैं. लेकिन कुछ समय तक सुरक्षा व्यवस्था में तब्दीली दिखाई देती है, उसके बाद फिर पुराना ढर्रा दिखाई देता है. उन्होंने कहा कि वर्तमान एसएसपी से उन्हें उम्मीद है कि वो कुछ बेहतर इंतजाम यहां सुरक्षा के लिए जरूर कराएंगे.
ऐडवोकेट बृजवीर सिंह ने कहा कि हालात अच्छे नहीं हैं. जब कोई बड़ा अधिकारी कोर्ट में आता है तो केवल तभी सुरक्षा दिखाई देती है. एडवोकेट रवि बताते हैं कि अधिवक्ताओं के लिए सुरक्षा की दृष्टि से कोई खास इंतजाम नहीं हैं. कहा कि किसी भी शहर में कोर्ट में जब कोई बड़ी घटना हो जाती है तो पुलिस प्रशासन की तरफ से कुछ समय के लिए वहां सिक्योरिटी बढ़ा दी जाती है और फिर मामला ढ़ाक के तीन पात वाला हो जाता है.
ज़िला बार एसोसिएशन के महामंत्री मुकेश कुमार त्यागी ने बताया कि पहले हर माह कचहरी में सुरक्षा के इंतजामों को लेकर जिले के अफसर बैठक करते थे. राय मशविरा होता था कि कहा और किस तरह सुरक्षा व्यवस्था दुरूस्त की जाए लेकिन अब ऐसा नहीं होता. उन्होंने कहा कि इस तरफ प्रशासन को ध्यान देने की अब ज्यादा जरूरत है.