मेरठ :मेरठ विकास प्राधिकरण (MDA) के वीसी अभिषेक पांडेय की खास पहल से मेरठ को एक नई पहचान मिल गई है. प्राधिकरण की बिल्डिंग के नीचे एक बड़ा सा बेसमेंट कई दशक से पुराने कबाड़ से ही भरा रहता था. इसकी वर्षों से साफ सफाई भी नहीं कराई गई थी. मेरठ प्राधिकरण में बतौर उपाध्यक्ष तैनाती के बाद युवा आईएएस अभिषेक पांडेय की पहल के बाद यहां ऐतिहासिक बदलाव कर दिया गया है.
Meerut News : डंपिंग यार्ड को बना दिया सामुदायिक आर्ट गैलरी. अभिषेक पांडेय के प्रयासों से बेसमेंट को विशेष तरीके से कायाकल्प कराया गया है. अब यहां क्रांतिधरा मेरठ की प्रतिभाओं को भी मंच मिल सकेगा. आर्ट गैलरी में मेरठ के बारे में लोग विस्तार से जान सकते हैं. गैलरी की शुरुआत गुरुवार से कर दी गई है. अभी इसमें मेरठ के लोगों के द्वारा आमजन के द्वारा तैयार की गई करीब 350 से अधिक कलाकृतियां लगाई गई हैं. यह सभी मेरठ की जनता के द्वारा स्वनिर्मित आर्ट गैलरी चौपला को भेंट की गई हैं.
Meerut News : डंपिंग यार्ड को बना दिया सामुदायिक आर्ट गैलरी. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान मेरठ विकास प्राधिकरण के वीसी अभिषेक पांडेय ने बताया कि सरकार द्वारा लगातार यह निर्देश दिए गए हैं कि सरकारी कार्यालयों को जनता के लिए स्वच्छ और आकर्षक बनाया जाए. साथ ही सरकारी कार्यों की कार्यपद्धति में अधिक पारदर्शिता आए. इसी क्रम में हमने कार्यालय के बेसमेंट पर विचार किया. अब से पहले यह महज एक डंपिंग यार्ड बन गया था। जहां काफी समय से कार्यालय की निष्प्रयोज्य वस्तुओं को रखा जाता था. इसका कायाकल्प करके सामुदायिक आर्ट गैलरी चौपला का विकास किया गया है. इस गैलरी का उद्देश्य मेरठ की प्रतिभाओं को मंच देना और उन्हें अपनी कला की प्रदर्शनी के लिए स्थान उपलब्ध कराना है.
Meerut News : डंपिंग यार्ड को बना दिया सामुदायिक आर्ट गैलरी. वीसी अभिषेक पांडेय ने बताया कि हमने मेरठ के नागरिकों को एक थीम दी थी. जिसके अंतर्गत मेरठ क्षेत्र के नागतिकों मेरठ की 2047 की परिकल्पना कर हमें अपनी परिकल्पना से अवगत कराना था. इस प्रकार से हमने भविष्य के मेरठ की परिकल्पना के लिए आमजन की सहभागिता बढ़ाने का प्रयास किया. वह बताते हैं कि अपने शहर के बारे में व्यक्ति क्या सोचता है. अपने शहर की आदर्श स्थिति के बारे में व्यक्ति की परिकल्पना क्या है. मेरठ विकास प्राधिकरण के लिए क्या सुझाव हैं. नागरिकों को हमसे शिकायत क्या है. इन सभी चीजों लिए एक मंच उपलब्ध कराने का एक प्रयास किया गया है.
Meerut News : डंपिंग यार्ड को बना दिया सामुदायिक आर्ट गैलरी. गौर करने वाली बात यह है कि मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) के बेसमेंट में तैयार की गई आर्ट गैलरी (चौपला) में कोई अतिरिक्त पैसा नहीं लगा. जो पुराना निष्प्रयोज्य सामान दशकों से उस बेसमेंट में धूल फांख रहा था उसकी नीलामी से जो पैसा मिला उसी पैसे से इसका कायाकल्प कर दिया गया है. वीसी ने बताया कि यूपी वेस्ट में चौराहे को चौपला कहा जाता है. उन्हें उम्मीद है कि चौपला नाम से आर्ट गैलरी मेरठ की पहचान का प्रतीक बनेगी. लोग मेरठ के विकास के लिए सुझाव दें उनका स्वागत है.
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