मेरठ : मेरठ पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं. बुधवार को एक गांव के लोगों ने आईजी दफ्तर पर पहुंच कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और खूब हंगामा किया. लोगों का आरोप था कि गांव के एक युवक को अपराधी बनाने के लिए पहले उसकी बाइक की डिग्गी में एक तमंचा रखा और उसके बाद उस युवक को हिरासत में लिया और तमंचे की बरामदगी करते हुए गाली गलौज करके पकड़ कर ले गए. हालांकि इस दौरान पुलिस यह भूल गई कि वहां कैमरा लगा हुआ था और उस कैमरे में उनके द्वारा रची गई सारी झूठ कथा उजागर हो गई.
कहावत है कि पुलिस की न दोस्ती अच्छी और न दुश्मनी. यह भी कहा जाता है कि पुलिस रस्सी का भी सांप बना देती है. ताजा मामले में तो मेरठ पुलिस की अजब कहानी सामने आई है. मामला है खरखौदा थाना क्षेत्र के खन्द्रावली गांव का. जहां महिलाएं बुधवार को आईजी दफ्तर पर पहुंचीं और IG दफ्तर के बाहर खूब हंगामा किया. महिलाओं का कहना था कि मंगलवार रात खरखौंदा पुलिस उनके घर पहुंची थी. एक पुलिसकर्मी ने बाइक के बैग में कुछ रखा और घर में सो रहे अंकित को हिरासत में ले लिया था.
महिलाओं का आरोप है सिपाहियों ने पहले तो खुद उनके घर पहुंचकर बाइक में लगे बैग में तमंचा रखा. उसके बाद घर की कुंडी बजाई और घर में सो रहे उनके परिवार के सदस्य पकड़कर घर के आंगन में ले गई और तलाशी का तमाशा करके तमंचा (जो कुछ देर पहले एक सिपाही ने बाईक के बैग में रखा था) बरामद करके खूब गालियां दीं और बेइज्जती करते हुए थाने ले गए. इस बारे में परिजनों ने बात करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस एक न सुनी. इसके बाद परिजनों ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला. जिसमें पुलिस की पूरी कहानी सामने आ गई.
IG दफ्तर पहुंची युवक की बहन राखी त्यागी ने बताया कि गांव में ही उनका पारिवारिक विवाद चल रहा है. उसने आरोप लगाया कि पुलिस दूसरे पक्ष से मिली हुई है. इसीलिए उसके भाई को फंसाने का काम पुलिस ने किया. उसने बताया कि पहले सिपाहियों ने खुद घर आकर बाइक में तमंचा रखा और फिर भाई को पकड़ा. लोगों की बात सुनकर IG ने एसएसपी को तत्काल जांच कराकर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है.
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