मेरठ: टीपी नगर थाना क्षेत्र के देवलोक कॉलोनी से शुक्रवार को लापता हुए बच्चे को पुलिस ने अपरहरणर्ताओं के चंगुल से रिहा करवा लिया है. पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जिसमें पीड़ित बच्चे की बुआ भी शामिल थी. पुलिस के मुताबिक बच्चे का अपहरण उसकी हत्या करने के इरादे से किया गया था. लेकिन पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से 24 घंटे के भीतर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया.
बुआ ने ही रची थी बच्चे के अपहरण की साजिश, तीन गिरफ्तार
मेरठ के टीपी नगर थाना क्षेत्र के देवलोक कॉलोनी से अपहरण किये गये बच्चे को सकुशल रिहा करवा लिया गया है. पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बच्चे की बुआ समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
CCTV से अपहरण का खुलासा
टीपी नगर थाना क्षेत्र के देवलोक कॉलोनी निवासी अक्षय के बेटे प्रिंस का शुक्रवार को उस वक्त अपहरण हो गया था, जब वह अपनी दो बहनों के साथ घर के बाहर खेल रहा था. इसी दौरान दो महिलाएं मेडिकल सर्वे के बहाने मोहल्ले में आईं और प्रिंस को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गईं. खास बात ये रही कि बच्चे को ले जाते हुए दोनों महिलाएं एक घर में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई. फुटेज देखने के बाद अक्षय लाल ने कद-काठी के हिसाब से अपनी बहन सरिता पर प्रिंस के अपहरण करने का शक जाहिर किया था. वहीं पुलिस ने भी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर महिलाओं की पहचान कर उनके घर दबिश देकर महज 24 घंटे के भीतर अपहरण के मामले का खुलासा कर दिया.
सगी बुआ ने रची थी हत्या की साजिश
टीपी नगर थाना पुलिस ने शनिवार को शास्त्रीनगर के एक मकान से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया. एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह में बताया कि सरिता नाम महिला अपहृत बच्चे की सगी बुआ है. जिसने नोएडा निवासी अपनी सहेली पूजा के साथ मिलकर अपने भतीजे प्रिंस का अपहरण कर लिया था. बच्चे की बुआ सरिता अपने पति को छोड़कर शास्त्री नगर में दूसरे युवक के साथ लिव-इन रिलेशन में रह रही है. आरोपी सरिता का छोड़े गए पति से उसका एक बेटा था, जिसे छोड़कर वह दूसरे युवक के साथ चली गई. अपहृत बच्चे के पिता पहले सरिता के बेटे को अपने साथ ले गये थे. लेकिन बाद में उसे साले को गोद दे दिया. इसी रंजिश में सरिता अपने भतीजे प्रिंस की हत्या करना चाहती थी.
सकुशल बच्चे को किया गया बरामद
एसपी सिटी के मुताबिक देवलोक कॉलोनी में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर महिलाओं की पहचान की, तो पुलिस भी हैरान रह गई. बच्चे का अपहरण किसी और ने नहीं, बल्कि उसकी सगी बुआ ने किया था. जिसके बाद पुलिस ने अपहरणकर्ताओं की तलाश शुरू की. पूरी रात पुलिस तलाश में जुटी रही, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. शनिवार की दोपहर को बच्चे को शास्त्रीनगर के एक मकान से सकुशल बरामद कर लिया गया.