मेरठः राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण अधिकरण (ईपीसीए) द्वारा निर्धारित ग्रेडिड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) 15 अक्टूबर 2020 से लागू होगा. ग्रेप के प्रभावी क्रियान्वयन के संबंध में बुधवार को मेरठ मंडल की आयुक्त अनीता सी. मेश्राम ने बढ़ते वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए सभी संबंधित 12 विभागों के अधिकारी के साथ बैठक की. बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी विभाग समन्वय के साथ टीम बनाकर कार्य करें.
पुराने वाहनों पर कार्रवाई के निर्देश
बैठक में आयुक्त अनीता सी. मेश्राम ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मंडल के किसी भी जनपद में पराली जलाने की घटनाएं न हो. यदि कहीं से इस तरह की जानकारी सामने आती है तो नियमानुसार दंड की कार्रवाई की जाए. किसानों को प्रेरित किया जाए कि वह पराली न जलाए. आयुक्त ने संभागीय परिवहन अधिकारियों से कहा कि वह मंडल में 10 साल से पुराने डीजल व 15 साल से पुराने पेट्रोल वाहनों पर नियमानुसार कार्रवाई करें, ताकि ऐसे वाहन सड़कों पर दौड़कर प्रदूषण न फैलाए.
कंस्ट्रक्शन साइट का करें निरीक्षण
वायु प्रदूषण को रोकने के लिए आयुक्त ने कहा कि मंडल के प्रत्येक जनपद में एक मजिस्ट्रेट, प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारी और अन्य विभागीय अधिकारी संयुक्त रूप से कन्स्ट्रक्शन साइट का निरीक्षण करें. कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को बताया कि उन्हें वायु प्रदूषण रोकने के लिए कौन-कौन से कदम उठाने हैं. कंस्ट्रक्शन साइटस की लगातार माॅनीटरिंग की जाए. यदि कहीं पर भी मानकों का पालन नहीं हो रहा है तो संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाए.
कूड़ा जलाने की घटनाओं को रोके
आयुक्त ने मंडल में कूड़ा जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने के लिए कहा. आयुक्त ने कहा कि यदि कहीं भी कूड़ा जलाए जाने की घटना प्रकाश में आती है तो संबंधित दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि नगरीय ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम-2016 के अनुसार नगरीय ठोस अपशिष्ट का निस्तारण किया जाए. इस बात की भी निगरानी की जाए कि कहीं पर भी निर्माण सामग्री खुले में न रखी हो. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वह यह सुनिश्चित करें कि उद्योगों द्वारा प्रतिबंधित ईधन का प्रयोग न किया जाए. उद्योगों के आनलाइन वायु प्रदूषण अनुश्रवण सिस्टम की स्थापना कराई जाए.
समीर ऐप करें डाउनलोड
मेरठ आयुक्त अनीता सी. मेश्राम ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वह समीर ऐप डाउनलोड कर वायु प्रदूषण की जानकारी ले सकते हैं. इसके अलावा उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वेबसाइट पर भी प्रत्येक दिन के वायु प्रदूषण की जानकारी प्राप्त की जा सकती है. अपर जिलाधिकारी प्रशासन मेरठ ने बताया कि वायु प्रदूषण की रोकथाम व माॅनीटरिंग के लिए मेरठ में 42 टीम बनायी गई है. ये टीम निरंतर कार्य कर रही हैं. नगरायुक्त मेरठ अरविन्द चैरसिया ने बताया कि वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए नगर निगम की टीम 17 टैंकर से पानी का छिड़काव कर रही हैं. सड़क किनारे बेची जा रही भवन सामग्री को जब्त करने के लिए अधिकारियों की टीम लगाई गई है.
मंडल को वायु प्रदूषण से मुक्त कराने के लिए टीम बनाकर कार्य करेंः आयुक्त
यूपी के मेरठ जिले में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए संबंधित विभागों के साथ मंडलायुक्त ने अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में आयुक्त अनीता सी. मेश्राम ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मंडल के किसी भी जनपद में पराली जलाने की घटनाएं न हो. यदि कहीं से इस तरह की जानकारी सामने आती है तो नियमानुसार दंडात्मक कार्रवाई की जाए.
16 कोल्हुओं को किया गया सील
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मेरठ के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. योगेन्द्र कुमार ने बताया कि प्रदूषण फैलाने के मामले में 16 कोल्हुओं को सील किया गया है. एक पेपर मिल पर कार्रवाई कराई जा रही है. उद्योगपुरम व शताब्दी नगर में एक-एक उद्योग के खिलाफ बंदी की कार्रवाई की जा रही है. बैठक में अपर आयुक्त रजनीश राय, एडीएम प्रशासन मेरठ मदन सिंह गब्रयाल, सचिव एमडीए प्रवीणा अग्रवाल, एडीएम हापुड़ जयनाथ यादव, सिटी मजिस्ट्रेट ग्रेटर नोएडा डॉ. गजेन्द्र सिंह समेत अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे.