मेरठ: NHAI प्रोजेक्ट में काम कर रहे 6 मजदूरों सहित 54 नए कोरोना पॉजिटिव
यूपी के मेरठ जिले में कोरोना के 54 नए मरीज सामने आए हैं. इनमें एनएचएआई प्रोजेक्ट में काम कर रहे 6 मजदूर भी शामिल हैं.
मेरठ:जिले में कोरोना संक्रमण का असर कम नहीं हो रहा है. रोज नए कोरोना संक्रमित मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ रही है. पिछले 24 घंटे में कोरोना के 54 नए मरीज मिलने के बाद जिले में अब तक मिले कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 2831 हो गई है. एक मरीज की इलाज के दौरान मौत भी हुई है. जिले में कोरोना से अब तक 103 मरीजों की मौत हो चुकी है.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी की गई हेल्थ रिपोर्ट के अनुसार 1937 सैंपल टेस्ट किए गए, जिनमें से 54 सैंपल की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई. कोरोना पॉजिटिव मिले नए मरीजों में तीन अधिवक्ता, आईजी ऑफिस का पुलिसकर्मी और हेल्थ वर्कर भी शामिल हैं. मेरठ दिल्ली एक्सप्रेस वे पर काम कर रहे एनएचएआई के 6 मजदूरों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. जिला सर्विलांस अधिकारी डाॅ. विश्वास चौधरी ने बताया कि नए मरीजों में गृहिणी, छात्र, सर्विसमैन, टीचर भी शामिल हैं. अस्थाई जेल के एक बंदी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है. कोरोना पॉजिटिव मरीजों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. रविवार को एक मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई. यह मरीज माधवपुरम की रहने वाली 53 साल की महिला थी.
रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो फरार हुआ मरीज
जिला सर्विलांस अधिकारी डाॅ. विश्वास चौधरी ने बताया कि राजेंद्र नगर सीएचसी पर रविवार को अशोक नाम के व्यक्ति ने अपना टेस्ट कराया. उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई. रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर जब स्वास्थ्य कर्मियों ने उसकी तलाश की तो वह वहां से गायब मिला. उसने जो मोबाइल नंबर लिखवाया था वह भी गलत मिला. स्वास्थ्य कर्मी उसके द्वारा बताए गए कालियागढी के पते पर पहुंचे तो वहां जाकर पता चला वह भी फर्जी है. इसके बाद सीएचसी प्रभारी ने इसकी सूचना अधिकारियों को दी. इस संबंध में थाना नौचंदी में मरीज के फरार होने के संबंध में केस दर्ज कराने के लिए तहरीर दे दी गई है.
जिले में 426 एक्टिव केस
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जिले में इस समय 426 कोरोना एक्टिव केस हैं. इनमें से 62 मरीज होम आइसोलेशन में हैं. बीते 24 घंटे में 35 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया. जिले में अब तक 2302 मरीजों को डिस्चार्ज किया जा चुका है. नए मिले मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों के सैंपल लेकर जांच कराए जा रहे हैं. होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को स्वास्थ्य विभाग की गाइड लाइन का पालन करने पर ही होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति दी जा रही है.