मथुरा:प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत किसान भाइयों को राहत पहुंचाने के लिए सरकार द्वारा सहायता राशि दी जा रही है, लेकिन कुछ किसान ऐसे भी हैं जिनके डॉक्यूमेंट में कुछ ना कुछ कमी होने के कारण उन्हें किस्त नहीं मिल पाई है. इसके लिए अब कृषि विभाग द्वारा ब्लॉक स्तर पर कैंप लगाकर ऐसे किसानों की समस्याओं को दूर किया जा रहा है. यह कैंप 1 मार्च से लेकर 3 मार्च तक चलेगा. इस दौरान ऐसे सभी किसान जिनको किस्त मिलने में किसी प्रकार की परेशानियां हुई हैं, वह इस योजना का लाभ ले सकते हैं.
किसानों की समस्याओं को लेकर लगाए जा रहे कैंप. कृषि अधिकारी ने दी जानकारी जानकारी देते हुए कृषि अधिकारी धुरेंद्र सिंह ने बताया कि सरकार की यह बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है. इस योजना के तहत जिन किसानों को डाक्यूमेंट में मिसमैच के कारण सहायता राशि मिलने में दिक्कत हो रही है. उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए कैंप लगाया जा रहा है. इसमें नाम सुधार, आधार इनवेलिड जैसी समस्याओं को दूर किया जाएगा. किसानों की समस्या दूर करने के लिए पूरे प्रदेश के सारे ब्लॉक में कैंप लगाया जाएगा. जैसे मथुरा जिले में 10 ब्लॉक हैं तो 10 ब्लॉकों में किसानों के सम्मान निधि से जुड़ी हुई समस्याओं को दूर करने के लिए कैंप लगाया गया है. किसानों को कहीं भटकने की आवश्यकता नहीं है जो भी उनकी समस्या होगी वह कैंप में दूर कर दी जाएगी. कृषि अधिकारी धुरेंद्र सिंह ने बताया कि किसान सम्मान निधि की अगली किस्त अप्रैल में आने वाली है. संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव आंबेडकर के जन्मदिन के अवसर पर सम्मान निधि किसानों के खातों में प्रधानमंत्री के द्वारा पहुंचाई जाएगी. इस अवधि में सभी किसान भाइयों के खातों की समस्याओं को दूर किया जा रहा है. जिनको कहीं कोई दिक्कत है वह कैंप जाकर अपनी परेशानी दूर कर लें, ताकि समय से किसानों को किस्त मिल जाए.
1 मार्च से 3 मार्च तक चलेगा कैंप
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत जिन किसानों को किस्त मिलने में परेशानियां हो रही हैं, उन परेशानियों को दूर करने के लिए कृषि विभाग द्वारा ब्लॉकों पर कैंप लगाकर उनकी समस्याओं को दूर किया जा रहा है. 1 मार्च से 3 मार्च तक यह कैंप लगाया जाएगा. इस दौरान ऐसे सभी किसानों, जिनको किस्त मिलने में डाक्यूमेंट्स में कमी होने के कारण परेशानियां हुई है, वह कैंप पर जाकर अपनी समस्याओं को दूर करा कर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.