मथुरा: शहीद जवान सतवीर को राष्ट्रीय सम्मान के साथ मंगलवार को अंतिम विदाई दी गई. शहीद का पार्थिव शरीर जब पैतृक गांव नौहझील के खाजपुर पहुंचा, तो उनके अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. शहीद सतवीर के छोटे बेटे चिराग ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी तो सबकी आंखें छलक उठीं.
मथुरा: नम आंखों से गांव वालों ने दी शहीद जवान सतवीर को अंतिम विदाई - पैतृक गांव नौहझील
31 मार्च को कश्मीर के कुपवाड़ा में बर्फीली चट्टान में दबने से जाट रेजिमेंट के 16 यूनिट के जवान सतवीर शहीद हो गए. वह मथुरा के नौहझील क्षेत्र खाजपुर के रहने वाले थे. पैतृक गांव खाजपुर में मंगलवार को शहीद को अंतिम विदाई दी गई.
दरअसल, 31 मार्च को कश्मीर के कुपवाड़ा में बर्फीली चट्टान में दबने से जाट रेजिमेंट के 16 यूनिट के जवान सतवीर शहीद हो गए. वह मथुरा के नौहझील क्षेत्र खाजपुर के रहने वाले थे जबकि पूरा परिवार अलीगढ़ के घाघोली में रहता है. पैतृक गांव खाजपुर में आज शहीद का पार्थिव शरीर राष्ट्रीय सम्मान के साथ आर्मी के जवानों द्वारा लाया गया.
शहीद के अंतिम दर्शन के लिए जिले के आला अधिकारी और स्थानीय विधायक भी मौके पर मौजूद रहे. सतवीर के शहीद होने के बाद से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. आर्थिक मदद के रूप में शहीद की पत्नी नीरज देवी को 20 लाख रुपये का चेक और 5 लाख रुपये का चेक शहीद की मां प्रेम देवी को दिया गया.