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कांच के विमान में विराजमान होकर भगवान गोदारंगमन्नार ने दिए दर्शन

मथुरा में हर तरफ होली की धूम मची हुई है. उत्तर भारत के विख्यात श्रीरंगजी मंदिर में चल रहे दस दिवसीय ब्रह्मोत्सव के अन्तर्गत होली की सवारी निकाली गई है. जिसमें भक्तों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया.

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Published : Apr 4, 2021, 7:13 PM IST

Published : Apr 4, 2021, 7:13 PM IST

निकली होली की सवारी
निकली होली की सवारी

मथुरा: जिले में ब्रजमंडल में जहां चारों ओर हुरंगा और होली मिलन समारोहों की धूम मची हुई है. वहीं, धर्म नगरी वृंदावन में एक बार फिर से रंगीली होली का नजारा देखने को मिला. यह नजारा उत्तर भारत के विख्यात श्रीरंगजी मंदिर में चल रहे दस दिवसीय ब्रह्मोत्सव के अन्तर्गत निकाली गई होली की सवारी का है. इसमें भगवान गोदारंगमन्नार ने अपने भक्तों के साथ जमकर होली खेली. बैंडबाजों एवं दक्षिण शैली के वाद्य यंत्रों की धार्मिक धुनों के साथ मंदिर से शुरू हुई सवारी के दौरान आगे-आगे गजराज और कांच के विमान में विराजमान ठाकुर गोदारंगमन्नार श्रीराधा कृष्ण के स्वरूप में चल रहे थे.

भक्तों ने उत्साह के साथ लिया भाग

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पुजारी ने दी जानकारी

पुजारी दिव्यांश वेदांती ने बताया कि भगवान गोदारंगमन्नार दिव्य दंपति हर ब्रह्मोत्सव के चतुर्थ दिवस में दिव्य कांच विमान में विराजमान होकर भक्तों को आनंदित करने के लिए लीला करते हुए भगवान रंगोत्सव दिव्य होली के उत्सव में पधारते हैं. बड़ा बगीचा में भक्त लोग भगवान के दर्शन के लिए आते हैं. साथ ही पुष्पों की होली, रंगों की होली और गुलाल की होली भगवान के साथ खेलते हैं. रंग मंदिर में 365 दिन में 350 दिन के उत्सव फेमस हैं. इसमें से एक ब्रह्मोत्सव है. इस दिन भगवान अपने भक्तों के अनुग्रह पर पधारते हैं.

वृंदावन में जमकर उड़ा गुलाल और रंग

रंगनाथ मंदिर में चल रहे ब्रह्मोत्सव के दौरान भगवान गोदारंगमन्नार ने कांच के विमान में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन दिए. इस दौरान श्रद्धालु भक्तों ने जमकर भगवान के साथ होली खेली. ठाकुरजी के साथ चल रहे मंदिर के पुजारी और पदाधिकारी श्रद्धालुओं पर फूलों की पंखुड़ियों की बरसात तथा मंदिर के शिष्य अबीर-गुलाल के साथ ही पिचकारियों से रंग बरसाते हुए चल रहे थे. वहीं, ठाकुरजी संग होली खेलने की भावना लेकर आए भक्तजनों ने अपने आराध्य की प्रसादी के रूप में बरस रहे फूलों की पंखुड़ियों के साथ ही अबीर-गुलाल व रंग की फुहार में रंगकर स्वयं को धन्य किया. भक्तों ने धार्मिक धुनों पर थिरकते हुए इस अनूठी होली का जमकर आनन्द लिया.

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