मथुरा:हाथरस में पिछले साल सांप्रदायिक हिंसा फैलाने के मामले में पीएफआई सदस्यों को शनिवार को एडीजे प्रथम कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट में एसटीएफ के अधिकारियों ने आठों आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किए. पांच हजार पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की गई. वहीं मामले की अगली सुनवाई एक मई को होगी. फिलहाल पीएफआई के पांच सदस्य जिला कारागार में बंद हैं. वहीं दो सदस्य लखनऊ जिला कारागार में बंद हैं, जबकि एक की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो पाई है.
आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दाखिल
दरअसल, बता दें कि पिछले साल पांच अक्टूबर को पकड़े गए पीएफआई के सदस्य अतीकुर्रहमान, मसूद, आलम, सिद्दीकी कप्पन, छात्र विंग संगठन महासचिव रउफ शरीफ इस समय मथुरा जिला कारागार में बंद हैं, जबकि फिरोज खान और कमांडर अंसद बदरुदीन लखनऊ जिला कारागार में बंद हैं. पिछले दिनों राजधानी लखनऊ में एटीएस की टीम ने पीएफआई के दो सदस्य अंसद बरूद्दीन और फिरोज खान को विस्फोटक सामग्री के साथ गिरफ्तार किया था, जो कि मथुरा जिला कारागार में बंद पीएफआई सदस्यों के नजदीकी बताए जा रहे हैं. वहीं इनका एक अन्य साथी दानिश फरार चल रहा है. आठों के खिलाफ एसटीएफ की टीम ने शनिवार को मथुरा कोर्ट में पांच हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल की, जिसमें पीएफआई के सदस्यों को आरोपी माना है.
आरोपियों की हुई कोर्ट में पेशी
मथुरा जिला कारागार में बंद पीएफआई के सदस्य अतीकुर्रहमान, आलम, मसूद, सिद्धकी कप्पन, छात्र विंग संगठन महासचिव रउफ शरीफ को कड़ी सुरक्षा के बीच में एडीजे प्रथम कोर्ट में लाया गया, जबकि लखनऊ जेल में बंद पीएफआई के दो सदस्य फिरोज खान और कमांडर अंसद बदरुद्दीन की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई. कोर्ट में आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करने के बाद एडीजे प्रथम जज अनिल कुमार पांडे द्वारा मामले की अगली सुनवाई के लिए एक मई की तिथि नियत की गई.
8वां सदस्य पुलिस की गिरफ्त से चल रहा फरार
पीएफआई मामले में एसटीएफ की टीम जांच कर रही है. जांच के दौरान दिल्ली निवासी दानिश का नाम प्रकाश में आया. दानिश के खिलाफ भी एसटीएफ की टीम ने शनिवार को कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया है. पिछले कई दिनों से दानिश हाईकोर्ट स्टे पर फरार चल रहा है.