मथुरा: रक्षाबंधन का त्योहार बहन भाई के प्रेम का त्योहार है. जहां भाई की कलाई पर बहन राखी बांधकर अपनी रक्षा का वचन लेती है. वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में बिहारी जी के लिए राखी भेजने का सिलसिला जारी है. दूरदराज से हजारों की संख्या में बहने बिहारी जी को राखी भेज रही हैं, और पत्र भी लिख रही हैं कि मुझे आशा है कि इस बार बिहारी जी मेरी राखी को अपनी कलाई पर अवश्य पहनेंगे. किसी कारण वंश रक्षाबंधन पर आपसे मिलने नहीं आ सकूंगी, लेकिन समय निकालकर आपके दर्शन जरूर करूगीं.
देश के कोने कोने से आ रही बांके बिहारी के लिए राखी - श्रद्धालु
वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांकेबिहारी बिहारी मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु बिहारी जी को राखी भेज रहे हैं. रंग बिरंगी, आकर्षक चांदी की राखियां श्रद्धालुओं द्वारा बिहारी जी के लिए भेजी जा रही हैं. बिहारी जी के दर्शन करने के लिए हर रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालु दूध धरा से यहां मंदिर परिसर पहुंचते हैं और अपनी मन्नतें मांगते हैं.
रक्षाबंधन से पूर्व बिहारी जी के लिए श्रद्धालु अनेक प्रकार के पत्र लिखकर अपनी खुशियां जाहिर कर रहे हैं. पत्र में लिखा जाता है कि रक्षाबंधन के दिन मैं आपसे मिलने नहीं आ सकूंगी आपके लिए अद्भुत राखी भेज रही हूं. मुझे आशा है कि आप अपनी कलाई पर मेरी राखी अवश्य धारण करेंगे. पत्र में लिखा कि बिहारी जी आपका आशीर्वाद हमारे साथ हमेशा रहता है. रक्षाबंधन से पहले मैं आपके लिए राखी भेज रही हूं. परिवार के सभी लोग आपसे बहुत स्नेह प्यार करते हैं. हर महीने आपके दर्शन के लिए वृंदावन पहुंचते हैं, लेकिन इस बार रक्षाबंधन के लिए राखी भेज रही हूं आप अवश्य इसे पहने.
श्रीनाथ गोस्वामी ने बताया बिहारी जी के लिए भक्त रंग बिरंगी अद्भुत आकर्षक दिखने वाली राखियां भेजने का सिलसिला जारी है. दूरदराज से सैकड़ों हजारों की संख्या में राखी मंदिर परिसर पहुंच रही हैं. कोई डाक द्वारा, तो कोई कोरियर द्वारा राखी भेजते हैं. कुछ श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने आते हैं तो अपनी राखियां ठाकुर जी को भेंट कर जाते हैं.