मथुरा: जिला अस्पताल मथुरा में भी अब कोविड-19 की जांच होना संभव हो पाएगा. क्षय रोग की जांच में इस्तेमाल होने वाली मशीन अब कोरोना की जांच के लिए इस्तेमाल की जाएगी. इस मशीन का प्रयोग मरीज की स्क्रीनिंग के लिए किया जाएगा. किसी भी व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद रिकंफर्मेशन के लिए उसका कोरोना का टेस्ट वेटरनरी विश्वविद्यालय में बनी लैब में कराया जाएगा, उसके बाद ही कन्फर्मेशन किया जाएगा.
लगातार बढ़ते हुए कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए अब सरकार भी गंभीर है. इसको लेकर सरकार द्वारा हर रोज नए-नए कदम उठाए जा रहे हैं. इसी क्रम में 75 जिलों में कोरोना की जांच के लिए सरकार द्वारा क्षय रोग में इस्तेमाल होने वाली मशीन को कोरोना की जांच के लिए इस्तेमाल कराया जाएगा. मथुरा जिला अस्पताल में भी इस मशीन को लाया जाएगा, जिससे जिले के लोगों को काफी राहत मिलेगी.
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क्षय रोग अधिकारी संजीव यादव ने बताया कि 75 जिले हैं, उनमें एक टूनेट मशीन जो जिला अस्पताल या हंड्रेड बेड हॉस्पिटल में स्थापित की जाएगी. इसके लिए 2 एलटी लगाई जाएंगी, जो इस पर 12-12 घंटे काम करेंगी. इसमें चिप्स लगेंगी और यह कोविड-19 का टेस्ट करेगी. इसमें 2 स्टेप होते हैं. पहले स्टेप में कोरोना कीस्क्रीनिंग होती है और अगर उसमें निगेटिव आता है तो उस रिजल्ट को निगेटिव कंसीडर्ड करते हैं, लेकिन अगर पॉजिटिव आता है तो उसमें पीसीआर टेस्ट के लिए जो हमारी लैब है दूसरी वेटनरी विश्वविद्यालय में हमें वहां भेजना पड़ता है. जब स्टेप 2 का भी परिणाम आ जाएगा तो उसमें यह कन्फर्मेशन का टेस्ट देता है. जिससे हम लोगों को काफी राहत मिलेगी. जब यह जिला अस्पताल में सुविधा उपलब्ध हो जाएगी, तो जो टेस्ट है जिला अस्पताल में ही बड़ी आसानी से हो पाएंगे.