महोबा: दहेज लोभियों के कारण अक्सर बेटियां बलि की बेदी पर चढ़ जाती है. या तो उन्हें मौत के घाट उतार दिया जाता है या फिर वो खुद अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेती हैं. ऐसा ही एक मामला महोबा कोतवाली क्षेत्र के डढ़हत माफ गांव का है. जहां के रहने वाले मेवा लाल ने अपनी बेटी अनीता की शादी हमीरपुर जनपद के पहाड़ी गांव निवासी काशीराम कुशवाहा से तय की थी जोकि 7 मई को होना थी.
परिवार वालों ने सगाई में दो लाख रुपये नगद और सोने की जंजीर व अंगूठी दी थी. शादी के दो दिन पहले ही ससुराल पक्ष में चार पहिया वाहन की मांग कर दी. लेकिन ससुराल वाले दहेज में कार की मांग करने लगे मांग पूरी ना होते देख लड़के पक्ष ने काशीराम की शादी दिल्ली में करा दी.