महोबा: सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए 15 अप्रैल से गेहूं क्रय केंद्र खोल दिए है, लेकिन लॉकडाउन की वजह से किसानों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है. इसके चलते किसान अपना गेंहू नहीं बेच पा रहे हैं. जिले के पीसीएफ गोदाम में गेहूं क्रय केंद्र बनाया गया है, लेकिन किसानों का रजिस्ट्रेशन न होने की वजह सन्नाटा पसरा हुआ है.
सरकार की ओर से किसानों के लिए गेंहू क्रय केंद्र खोलकर उसका मूल्य निर्धारित कर दिया गया, लेकिन किसानों के सामने सबसे बड़ी समस्या उनका रजिस्ट्रेशन है जो लॉकडाउन की वजह से नही हो पा रहा है. तहसील और कैफे बन्द होने के कारण रजिस्ट्रेशन ठप है. वहीं जब तक उनका रजिस्ट्रेशन नहीं होगा तब तक सरकारी खरीद केंद्रों पर उनका माल नही बिक पाएगा.
सरकार ने सरकारी गेहूं खरीद केंद्र को 15 अप्रैल से 15 जून तक के लिए खोल दिया है और गेहूं के रेट 1925 रुपये निर्धारित किया है. जब किसान खरीद केंद्र पहुंचता है तो उनका रजिस्ट्रेशन मांगा जाता है और किसान के पास रजिस्ट्रेशन न होने के कारण उनका माल नहीं बिक पा रहा है. महोबा जिले में सरकारी खरीद केंद्र पीसीएफ गोदाम इस समय खाली पड़ा हुआ है. यहां किसान आता तो है, लेकिन रजिस्ट्रेशन न होने के कारण मायूस होकर लौट जाता है.
किसान तो आ रहा है, लेकिन लॉकडाउन होने की वजह से रजिस्ट्रेशन नही हो पा रहा है. बिना रजिस्ट्रेशन के गेंहू नहीं खरीद सकते है. किसान को खसरा-खतौनी और आधार कार्ड लेकर कैफे से रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है.
-खालिक तनवीर, गौदाम प्रभारी
जिले में कुल 49 खरीद केंद्र बनाए गए है, जिसमें 15 अप्रैल से गेहूं खरीद शुरू कर दी गई है. हालांकि किसानों के सामने रजिस्ट्रेशन की समस्या आ रही है. इसके लिए सीएससी खोलने की बात शनिवार शाम को अधिकारियों से की जाएगी और सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए काम को कराया जाएगा.
-अवधेश तिवारी, जिलाधिकारी