महोबा: जिले में हुई ग्राम प्रधान की निर्मम हत्या को लेकर सोमवार को परिजनों और ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम हाउस के सामने जिलाधिकारी को मौके पर बुलाने को लेकर जमकर हंगामा किया. साथ ही मृतक के शव को लेने से इनकार कर दिया. मामला बढ़ता देख मौके पर भारी पुलिस बल व पीएससी तैनात कर दी गई. आलाधिकारियों के घण्टों समझाने के बाद परिजन जिलाधिकारी से मिलने उनके ऑफिस पहुंचे. जहां परिजनों ने जिलाधिकारी को आरोपियों की गिरफ्तारी सहित 5 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा. जिस पर जिलाधिकारी ने परिजनों को हरसम्भव मदद का आश्वासन दिया. तब जाकर परिजन मृतक ग्राम प्रधान का शव लेकर अन्तिम संस्कार करने को राजी हुए.
मामला अजनर थाना क्षेत्र के अकौना गांव का है, जहां बीते रोज वर्तमान ग्राम प्रधान राजू कुशवाहा पर ग्राम पंचायत में सरकारी कार्य कराते समय दबंग पूर्व प्रधान सुखराम राजपूत ने अपने साथियों के साथ लाठी और लोहे की रॉड से हमला कर दिया था. इस हमले में प्रधान राजू कुशवाहा की मौत हो गई. सोमवार को जब प्रधान का शव पोस्टमार्टम के लिए पीएम हाउस पहुंचा तो परिजनों और ग्रामीणों ने मृतक प्रधान का शव लेने से मना कर दिया. इसके बाद प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. हंगामे को शांत कराने पहुंची पुलिस की परिजनों और ग्रामीणों से तीखी नोकझोंक हुई और परिजन जिलाधिकारी को मौके पर बुलाये जाने की मांग कर हंगामा करने लगे. मामला बढ़ता देख प्रशासन ने भारी पुलिस बल व पीएससी को तैनात कर दिया. मृतक प्रधान के परिजन अपनी मांगों को लेकर अड़ गए. मांग थी कि प्रधान के हत्यारों को जल्द गिरफ्तार किया जाए, परिवार को 50 लाख की आर्थिक मदद की जाए. मृतक के एक परिजन को सरकारी नौकरी दी जाए और सुरक्षा दी जाए. साथ ही सुरक्षा के लिए शस्त्र लाइसेंस दिया जाए. प्रशासन के समझाने के बाद परिजन जिलाधिकारी से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे. जहां जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने परिजनों को हरसम्भव मदद का आश्वासन देकर शान्त कराया. तब जाकर परिजन मृतक ग्राम प्रधान का शव लेने और अन्तिम संस्कार करने को राजी हुए.