लखनऊ: योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदेश के उन श्रमिकों को 1,000 रुपये देने की घोषणा की है, जो दिहाड़ी मजदूरी पर अपना जीवन-यापन करते हैं. कोरोना वायरस से बचाव के चलते कार्य प्रभावित होने की वजह से श्रमिकों के भरण-पोषण में समस्या न आए, इसके लिए योगी सरकार ने वित्त मंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षता में कमेटी गठित की थी. कमेटी की संस्तुति पर सरकार ने यह निर्णय लिया है.
करीब 35 लाख लोगों को आर्थिक मदद दे रही योगी सरकार
करीब 20 लाख 37 हजार श्रमिक श्रम विभाग में पंजीकृत हैं, उन्हें एक-एक हजार रुपये दिए जाएंगे. प्रदेश में 15 लाख ऐसे श्रमिक हैं, जिनका पंजीकरण नहीं है, उन्हें भी सरकार ने एक हजार रुपये देने का एलान किया है. कुल मिलाकर प्रदेश में करीब 35 लाख लोगों को योगी सरकार एक-एक हजार रुपये देने जा रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा- कोरोना से घबराएं नहीं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है. इससे बचाव की जरूरत है. बहुत सारी गतिविधियों को हमने रोका है. सिनेमाघर बंद करने पड़े, शिक्षण संस्थानों को बंद करना पड़ा, अनावश्यक यातायात को भी रोका गया और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचने के लिए लोगों से आह्वान किया गया. दिन प्रतिदिन कमाने वाले लोगों की आजीविका पर भी इसका असर पड़ेगा. इसलिए हमारी सरकार ने वित्त मंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षता में कमेटी गठित की थी, जो दिहाड़ी मजदूरी करने वाले लोगों के भरण-पोषण के लिए एक धनराशि स्थानांतरित करने की बात की थी. सरकार ने कमेटी की संस्तुति पर मंजूरी दे दी है.