लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकारों में सबसे ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री बने रहने का रिकॉर्ड योगी आदित्यनाथ ने बनाया है. योगी आदित्यनाथ को इसी साल 19 मार्च को मुख्यमंत्री के रूप में 3 साल पूरे हो जाएंगे. अब तक उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ववर्ती सरकारों के जो भी मुख्यमंत्री रहे उनका इतना लंबा कार्यकाल नहीं रहा. इससे पहले उत्तर प्रदेश में कल्याण सिंह सबसे लंबे समय तक भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री रहे थे. कल्याण सिंह दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. पहली बार 165 दिन तक सीएम रहे तो दूसरे कार्यकाल में 2 साल 52 दिन तक वह मुख्यमंत्री के पद पर रहे, जबकि तीसरे मुख्यमंत्री बने बीजेपी के राम प्रकाश गुप्ता 351 दिन तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर आसीन रहे. वहीं चौथे मुख्यमंत्री के रूप में राजनाथ सिंह एक साल 131 दिन तक मुख्यमंत्री के रूप में उत्तर प्रदेश को अपनी सेवाएं दे पाए.
योगी आदित्यनाथ ने चुनौतियों पर पाया पार
बात पूर्ववर्ती बीजेपी की सरकारों की हो या फिर वर्तमान की योगी आदित्यनाथ की सरकार, चुनौती पहले भी थी चुनौती अब भी हैं. पहले की सरकारें गठबंधन के साथ थीं. 2017 के चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला तो गठबंधन का संकट नहीं रहा, लेकिन चुनौतियां भी कम नहीं रहीं. तमाम तरह की समस्याएं रहीं बल्कि बीजेपी के अंदर तमाम विरोधियों का सामना करने की चुनौतियों से योगी आदित्यनाथ पार पाते गए.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लंबे समय तक बीजेपी के मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड भी अपने नाम बना डाला. 19 मार्च को वह अपनी सरकार के 3 साल का कार्यकाल पूरा करने वाले हैं. यूं तो उत्तर प्रदेश जैसे देश के सबसे बड़े राज्य में भाजपा के चार मुख्यमंत्री हुए दो बार कल्याण सिंह मुख्यमंत्री हुए, एक बार राम प्रकाश गुप्ता एक बार फिर राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री हुए, लेकिन 2017 के विधानसभा के चुनाव हुए तो भाजपा पूर्ण बहुमत में आई. योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाया गया.
विकास को लेकर आगे बढ़ रहे हैं सीएम योगी
खास बात यह है कि पहले के मुख्यमंत्रियों के सामने गठबंधन चुनौती थी, लेकिन अब चुनौती गठबंधन नहीं है. यही बड़ी बात है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री 3 साल का कार्यकाल पूरा कर रहे हैं. विकास को लेकर आगे बढ़ रहे हैं, जो चुनौतियां हैं उस पर पार पा रहे हैं. पार्टी के अंदर से लेकर सरकार चलाने में आने वाली तमाम अन्य तरह की समस्याएं उनके सामने हैं. बीजेपी के विधायकों की तरफ से भी बगावती तेवर देखने को मिले, लेकिन योगी आदित्यनाथ इन सबसे से पार पाते हुए आगे बढ़ते रहे.
नोएडा को विकास के रास्ते पर ले जाने का किया काम
मीडिया सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी बताया कि मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश में कार्यपद्धती ठीक की. मुख्यमंत्री का शानदार कार्यकाल पूरा होने जा रहा है. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और डिफेंस कॉरिडोर सहित तमाम काम हुए. पूर्व के जो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव-मायावती नोएडा जाते भी नहीं थे. नोएडा जाने के डर से कुर्सी चली जाने का डर था, यह मिथक योगी आदित्यनाथ ने तोड़ा है. 10 बार वह नोएडा गए और नोएडा को भी विकास से जोड़ा. नोएडा को विकास के रास्ते पर ले जाने का काम किया है. उत्तर प्रदेश राज्य मॉडल राज्य के रूप में प्रस्तुत हो रहा है.