लखनऊ:यूपी में अब जल्द ही छोटे बच्चों की टीबी जांच का तरीका बदलेगा. जी हां लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट की हेड डॉ दीप्ति के मुताबिक वह स्टूल (मल) के जरिए बच्चों में टीबी की जांच करेगी. इसका प्रस्ताव बनाकर अफसरों को सौंपा गया है. इसके चलते समय से बच्चों की टीबी जांच हो सकेगी और साथ ही उन्हें जांच के लिए अस्पताल में भर्ती नहीं करना पड़ेगा.
पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट की हेड डॉ दीप्ति के मुताबिक टीबी की जांच और इलाज की दिशा में काफी सुधार हुआ है. नई तकनीक का विकास हुआ है, जिस कल्चर और सेंसिटीविटी की जांच में 3 से 4 महीने लगता था, वह रिपोर्ट अब कुछ घंटों में ही मिल जाती है और इसके चलते टीबी से होने वाली मौतों में कमी भी आई है. उन्होंने बताया कि डब्ल्यूएचओ ने 2015 से 2020 तक 20 फीसदी मौतों में कमी लाने का लक्ष्य तय किया था, इसमें 11 फीसदी कम करने में सफलता हासिल हुई है.