हैदराबादः सावन की रिमझिम बारिश ने जहां उमस भरी गर्मी से राहत दिलाई है. वहीं झमाझम बारिश ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है. बुधवार से शुरू हुई बारिश से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव हो गया. गंगा और यमुना नदियों के जलस्तर में भी लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन से चार दिन तक बादल छाए रहेंगे. साथ ही अचानक तेज बारिश होने के आसार हैं.
शुक्रवार 30 जुलाई को आगरा, फिरोजाबाद, प्रयागराज, प्रतापगढ़, हमीरपुर, जालौन, कानपुर नगर, कानपुर देहात, इटावा, औरैय्या और आसपास के इलाकों में भारी बारिश होने का अनुमान है जबकि महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, मथुरा, श्रावस्ती, बलरामपुर और आसपास के इलाकों में बहुत भारी बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई. गुरुवार को हुई बारिश से कई जिलों में जहां नदियों के जलस्तर बढ़ने से कटान होने लगा तो कई जिलों में जलभराव से लोगों को दिनभर जद्दोजहद करना पड़ा.
वाराणसी में बारिश से सड़कों पर भरा पानी. वाराणसी: जिले में बारिश से गंगा नदी का जल स्तर बढ़ गया है. दशाश्वमेध घाट, अस्सी घाट और मणिकर्णिका घाट में जल स्तर में वृद्धि देखी गई. कई घाटों पर गंगा का पानी घाटों पर स्थित मंदिरों में प्रवेश कर गया है. वहीं गुरुवार को हुई बारिश से बनारस की गलियां नदियों में तबदील हो गईं थी. सावन की शुरुआत के साथ मैदानी और पहाड़ी इलाकों में शुरू हुई बरसात से बनारस में गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. 28 जुलाई को गंगा का जलस्तर 59.69 मीटर था, जो बृहस्पतिवार को सुबह तक 60.48 मीटर तक पहुंच गया. मिर्जापुर में गंगा का जलस्तर 66.87 मीटर, गाजीपुर में 53.54 मीटर और बलिया में 53.53 मीटर था.
संगम क्षेत्र में बढ़ा गंगा का जलस्तर. इसे भी पढ़ें-वाराणसी में उफान पर गंगा, 48 घंटे में बढ़ा जलस्तर, प्रशासन अलर्ट
प्रयागराजः संगम में गंगा नदी का जल स्तर देश के उत्तरी भागों में भारी वर्षा के कारण बढ़ रहा है. घाट बसे लोग सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं. बुधवार सुबह तक जिले में 27.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी. गुरुवार को भी गरज-चमक के साथ बारिश हुई. मौसम विभाग ने प्रयागराज समेत कई जिलों के लिए रेड, ऑरेंज और यलो अलर्ट भी जारी किया है. मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अगले चार दिन बादल छाए रहेंगे. साथ ही अचानक तेज बारिश के आसार हैं.
प्रयागराज में गंगा का जलस्तर बढ़ने से घाटों पर कटान हो रहा है. इसकी वजह से फाफामऊ घाट पर कोरोना की दूसरी लहर के दौरान दफन शव रेती से बाहर दिखने लगे. नगर निगम ने संज्ञान लेते हुए शवों का अंतिम संस्कार करवाया. गंगा-यमुना के जलस्तर में वृद्धि से संगम क्षेत्र में कटान लगातार बढ़ता जा रहा है. इससे घाट पर बसे लोग अपना सामान समेट सुरक्षित स्थानों पर जाने लगे हैं. रेत कटने से शवों के बाहर दिखने का सिलसिला भी शुरू हो गया है.
तालाब में तबदील हुई बनारस की गलियां. आगराः रिमझिम बारिश के बाद शहर की सड़के नदियां बन गईं. शहर की सड़कों से जब गुरुवार को पानी उतरा तो इन पर गड्ढे उभर आए. जिन सड़कों पर सीवर और पानी की लाइन बिछाई गई थी, वह चार फीट तक धंस गईं. जिले के लोहामंडी-बोदला रोड, पश्चिमपुरी, मारुति एस्टेट-बोदला रोड, कमला नगर, दयालबाग, सिकंदरा-बोदला रोड पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए. इससे लोगों को आवगमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा. बारिश के बाद बोदला रोड, हलवाई की बगीची, मारुति एस्टेट, हरीश नगर के सामने 80 फुट रोड, जेल रोड, कमला नगर, गढ़ी भदौरिया और मदिया कटरा रोड पर कैलाशपुरी मोड़ तक गड्ढों से लोग जद्दोजहद करते रहे.
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कानपुरः शहर में घंटों लगातार हुई बारिश ने उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत दी, लेकिन सड़कों पर जलभराव से मुसीबत खड़ी हो गई. कानपुर नगर में नगर निगम और जलकल विभाग की लापरवाही के चलते कई इलाकों में जलभराव से लोग घरों में कैद हो गए. घरों के अंदर और बाजार और दुकानों में पानी भर गया. औद्योगिक क्षेत्र पनकी, दादानगर और फजलगंज क्षेत्र में पानी भरने से फैक्ट्ररियों में काम प्रभावित हुआ. लाल बंगला बाजार में फुटपाथ धंस गया. बर्रा शिव नगर में नहर ओवरफ्लो हो गई.
संगम क्षेत्र में बढ़ा गंगा का जलस्तर. लखीमपुर खीरीः बरसात का मौसम ग्रामीण इलाकों के लिए कई मुसीबतें साथ लेकर आईं. इन दिनों तालाबों में मगरमच्छ लोगों के लिए मुसीबत बन गए हैं. मगरमच्छ के हमले की सबसे ज्यादा घटनाएं निघासन क्षेत्र में हो रही हैं. वन विभाग के अधिकारी लोगों को बारिश के दिनों में नदी, नालों और तालाबों के किनारे न जाने की सलाह दे रहे हैं. बरसात के मौसम में नदियों के उफनाने पर मगरमच्छ बड़ी नदियों से निकलकर छोटी नदियों, नालों और तालाबों में आ जा रहे हैं.
मौसम विभाग के अनुसार शनिवार 31 जुलाई को प्रयागराज, चित्रकूट, संत रविदास नगर, वाराणसी, बहराइच, लखीमपुर खीरी, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, गोण्डा, पीलीभीत और आसपास के इलाकों में भारी बारिश होने के आसार हैं, जबकि सोनभद्र और चंदौली और आसपास के इलाकों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है.