लखनऊ: उत्तर प्रदेश परिवहन निगम प्रशासन (Uttar Pradesh Transport Corporation Administration) की तरफ से कुल तीन ऐसे आदेश जारी किए गए, जिसे जानकर आपकी हंसी छूट जाएगी. परिवहन निगम प्रशासन की ओर से जारी आदेश में जून के महीने को 31 दिन का बना दिया गया. निगम के अधिकारियों की इस तरह की लापरवाही से उनकी खूब किरकिरी हो रही है.
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम प्रशासन का आदेश पत्र दरअसल, परिवहन निगम में अपर प्रबंध निदेशक पद पर तैनात आईएएस अन्नपूर्णा गर्ग की तरफ से एक यातायात अधीक्षक के ट्रांसफर का आदेश जारी हुआ. बरेली में तैनात यातायात अधीक्षक चीनी प्रसाद का ट्रांसफर अलीगढ़ किया गया. यहां तक तो सब कुछ सही है, लेकिन इस कार्यालय के आदेश पर जो तारीख पड़ी है, वह हास्यास्पद है. जून का महीना 30 दिन का होता है, लेकिन परिवहन निगम की नजर में 30 का नहीं, बल्कि जून महीना 31 दिनों का है. यह आदेश 31 जून 2022 की तारीख से जारी कर दिया गया, जिससे अधिकारी हंसी के पात्र बन रहे हैं.
इसी तरह 30 जून को परिवहन निगम प्रशासन की तरफ से एक और कार्यालय आदेश जारी हुआ, जो प्रधान प्रबंधक प्राविधिक रविंद्र सिंह की तरफ से जारी किया गया. इसमें तकनीकी शाखा के सीनियर फोरमैन का ट्रांसफर किया गया. कर्मचारी के नाम वाले कॉलम में हरिशरण शुक्ला लिखा, लेकिन पदनाम अंबिका प्रसाद दर्ज कर दिया गया. अब यह सभी को मालूम है कि इस तरह का कोई पद तो होता नहीं है. पद के कॉलम में व्यक्ति का ही नाम चढ़ा दिया गया. यह पत्र भी परिवहन निगम के अधिकारियों की लापरवाही बयां कर रहा है.
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इसके अलावा प्रधान प्रबंधक संचालन आशुतोष गौड़ की तरफ से भी 6 जुलाई को बीएड प्रवेश परीक्षा के आयोजन को लेकर अधिकारियों को बस संचालन के बाबत एक पत्र जारी किया गया. परीक्षा 6 जुलाई को होनी है, लेकिन आदेश में जो तारीख दर्ज की गई है, वह 30 जुलाई की है. परिवहन निगम का ये आदेश भी लोगों की नजर में जिम्मेदारों की शिथिलता दर्शा रहा है.
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