लखनऊ : राजधानी लखनऊ में खादी ग्रामोद्योग विभाग की तरफ से खादी भवन में माटीकला मेले का आयोजन किया गया है. मेले का शुभारंभ एमएसएमई, खादी, ग्रामोद्योग, रेशम उत्पादन मंत्री राकेश सचान ने फीता काटकर किया. मेले में प्रदेश भर के माटी कला बोर्ड से जुड़े कलाकारों ने अपने स्टॉल लगाए हुए हैं, जहां पर तमाम खूबसूरत मिट्टी से बने बर्तन से लेकर मूर्तियां लोगोंं को अपनी तरफ आकर्षित कर रहे हैं. मेले में प्रदेश के अलग-अलग जिलों से स्थानीय कारीगरों और कलाकारों ने 50 स्टॉल लगाकर मिट्टी से निर्मित अपनी उत्कृष्ट कलाकृतियों का प्रदर्शन कर रहे हैं.
मंत्री ने उत्कृष्ट शिल्पकारों द्वारा निर्मित माटीकला उत्पादों की भव्य प्रदर्शनी के साथ-साथ माटीकला उद्योग के क्रियात्मक प्रदर्शन यानी मिट्टी के चाक से बनने वाले सामान भी देखे. माटीकला मेले का शुभारंभ करने के बाद मंत्री राकेश सचान ने कहा कि 'सरकार माटीकला बोर्ड से जुड़े कलाकारों और अन्य सभी मिट्टी का काम करने वाले सभी शिल्पकारों को बढ़ावा दे रही है. दीपावली के अवसर पर मिट्टी के दीपक, दीए व अन्य सजावटी सामान बनाकर मिट्टी की खुशबू बिखरी जा रही है. उन्होंने कहा कि माटीकला बोर्ड के माध्यम से प्रजापति समाज के व्यक्तियों को मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना के माध्यम से प्रदेश में अब तक 47 हजार से अधिक माटी कला कारीगर परिवारों को चिन्हित करते हुए 10592 विद्युत चालित चाक का वितरण किया गया है. इसके साथ ही लक्ष्मी गणेश की मूर्ति निर्माण के लिए 603 जोड़ी डाई, 31 पेटिंग मशीन, 81 दिया मॅकिंग मशीन के साथ ही प्रदेश में मिट्टी खोदने के लिए कुल 30634 माटी कला कारीगरों, परिवारों को रोजगार दिया गया है.'
मंत्री ने कहा 'माटीकला कारीगरों के उत्साहवर्धन के लिए प्रदेश में विगत 4 वर्षो में मंडल स्तर पर 216 एवं राज्य स्तर पर 12 कारीगरों को पुरस्कृत किया जा चुका है. इस वर्ष भी उत्कृष्ट कारीगरों को उनकी कलाकृतियों के लिए पुरस्कृत किया जायेगा. प्रदेश में अब तक पीलीभीत. रामपुर, कन्नौज, अमरोहा एवं बाराबंकी सहित कुल 5 कॉमन फैसेलिटी सेन्टर की स्थापना की जा चुकी है, जिसके अन्तर्गत माटीकला के छोटे-छोटे सामूहिक केन्द्र स्थापित कराकर उन्हें सुविधा सम्पन्न कराये जाने की दिशा में सरकार प्रयासरत है. मंत्री ने आम जनता से भी अपील की है कि दीपावली के शुभ अवसर पर इस प्रदर्शनी में अधिक से अधिक लोग आएं और शिल्पकारों द्वारा मिट्टी से निर्मित कलात्मक एवं आकर्षक कलाकृतियों की खरीदारी करें और इसका लाभ उठाएं.