लखनऊ : कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कहा कि प्रदेश के आर्थिक विकास, बढ़ती महंगाई, और बेरोजगारी को लेकर अपनी अकर्मण्यता और नाकामी को छुपाने के लिए योगी सरकार ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के बहाने प्रदेश की जनता की करोड़ों की गाढ़ी कमाई बड़े-बड़े इवेंट मैनेजमेंट में पानी की तरह बहा रही है. भाजपा धरातल पर काम करने के बजाए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और प्रिंट मीडिया में हैडिंग मैनेजमेंट, भारी-भरकम विज्ञापन, र्होडिंग्स के माध्यम से देशवासियों को गुमराह कर रही है. हकीकत यह है कि प्रदेश सरकार बड़ी-बड़ी इवेंट कंपनियों के माध्यम से हजार करोड़ खर्च करके बड़े-बड़े खोखले दावे करते हुए आकर्षक आयोजनों, विज्ञापनों से अपनी छवि सुधारना चाहती है.
UP Congress News :खाबरी ने कहा-ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में बहाई जा रही जनता की गाढ़ी कमाई
यूपी और केंद्र सरकार ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (UP Congress News) से जरिए अधिक से अधिक निवेश लाने के लिए प्रयासरत है. यूपी सरकार का दावा है कि प्रदेश में निवेश के लिए देश-विदेश के हजारों निवेशक करोड़ों का एमओयू साइन कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस इसे महज दिखावा और यूपी की जनता के साथ धोखा की बात कह रही है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार अपना दूसरा कार्यकाल खत्म करने जा रही है और भाजपा की योगी सरकार भी अपने दूसरे कार्यकाल में युवाओं को रोजगार का अवसर उपलब्ध कराने में पूरी तरह से असफल रही है. योगी जी आज पुनः ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से प्रदेश के युवाओं को सब्जबाग दिखा रहें हैं. 21 लाख करोड़ रुपये का आर्थिक निवेश लाने का भारी भरकम दावा करने वाली योगी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल 21, 22 फरवरी 2018 में भी लखनऊ में इसी प्रकार का भव्य इन्वेस्टर्स समिट आयोजित किया था. उस इन्वेस्टर्स समिट का भी उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेशवासियों को बड़े-बड़े सपने दिखाते हुए किया था. लगभग चार लाख 28 हजार करोड़ रुपये के 1045 कंपनियों के साथ निवेश का एमओयू साइन हुआ था. दो ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में मात्र 371 एमओयू वाली कंपनियां भूमि पूजन के लिए आईं. जिनमें से मात्र 106 कंपनियों का ही वाणिज्यिक संचालन हो पाया है जो कुल घोषित निवेश का लगभग 9 प्रतिशत है. सरकारी तथ्यों एवं आकड़ों के मुताबिक इवेंट में सैकड़ों करोड़ खर्च हुआ और इन्वेस्टमेन्ट जीरो रहा है.
खबरी ने कहा कि भाजपा शासनकाल में रोजगार मांगने वालों पर लाठियां बरसाई जाती हैं. देश के नौजवानों से हर वर्ष दो करोड़ नौकरियां देने का वादा करके सत्ता पर काबिज हुई भाजपा की केंद्र सरकार और प्रदेश की योगी सरकार आज गलत जीएसटी, नोटबंदी जैसी जनविरोधी आर्थिक नीतियों के कारण महंगाई, बेरोजगारी से निपटने में पूरी तरह फेल साबित हो चुकी हैं. आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से सरकार अपनी छवि बनाकर देश की जनता को एक बार पुनः गुमराह करना चाहती है.