लखनऊ:तहसील परिसर में शनिवार को दो भाइयों ने खुद पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह (self immolation by pouring petrol) करने की कोशिश की. मौके पर मौजूद लोगों ने दोनों भाइयों को रोका और पुलिस को इसकी सूचना दी. दोनों भाइयों ने तहसील प्रशासन की कार्यप्रणाली से असंतुष्ट तहसीलदार पर रिश्वत लेकर जमीन कब्जा कराने का गम्भीर आरोप लगाया है. फिलहाल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पीड़ितों की तहसीलदार मालिहाबाद से बात करायी है. वहीं, क्षेत्राधिकारी योगेंद्र सिंह ने पीड़ितों से बात करते हुए उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है.
लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र के गांव मंडौली के रहने वाले पीड़ित प्रेम चन्द्र पत्नी ज्ञानवती ने बताया कि वर्ष 2006 में उसको ग्राम पंचायत की गाटा संख्या 582 रकबा 0.1990 में एक बिसुवा जमीन का आवासीय पट्टा मिला था और तहसील प्रशासन ने कब्जा भी दिला दिया था. जिसके बाद उस पर निर्माण कार्य चालू किया था मगर गांव के कुछ लोगों ने एडीएम प्रशासन के यहां वाद दायर कर 2008 में जमीन का पट्टा खारिज करा दिया था. इसके बाद पीड़ित ने कमिश्नरी में वाद दायर किया था, जहां 2014 में एडीएम के पट्टा निरस्तीकरण के आदेश को रद्द कर दिया था और गुण दोष के मामले के निस्तारण करने का आदेश पारित करते हुए एक कॉपी उपलब्ध कराने को कहा था, जहां मामला अभी भी लम्बित है.
स्टे आर्डर के बाद भी ग्राम प्रधान ने जबरन शुरू कराया कार्य