लखनऊ :करीब छह माह पहले शुरू हुए बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर अब मुफ्त गाड़ियां नहीं दौड़ सकेंगी. यहां टोल टैक्स (Toll tax on Bundelkhand Expressway) लगेगा. चित्रकूट से इटावा के बीच इस एक्सप्रेस वे से पिछड़े बुंदेलखंड का आर्थिक विकास संभव है. यूपीडा ने टोल टेक्स वसूली की कार्यवाही का आगाज कर दिया है.
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर अप्रैल से वाहनों स्वामी को टोल टैक्स देना होगा. कारों पर 610 रुपये और हल्के कॉमर्शियल वाहनों की दरें 965 रुपये प्रस्तावित हैं. बिना ट्रायल शुरू हो रही इस टैक्स वसूली के लिए यूपीडा जल्द टेंडर निकालेगा. इस एक्सप्रेसवे से बुंदेलखंड क्षेत्र सीधे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से जुड़ गया है. 296.07 किमी लंबा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, जालौन, औरेया और इटावा से गुजरते हुए आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे में मिलता है. यातायात के लिए वर्ष 2021 में खुले बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन पिछले वर्ष जुलाई 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. पहले तय हुआ था कि तीन महीने ट्रायल के लिए टोल टैक्स वसूलने का ठेका दिया जाएगा, लेकिन यूपीडा ने यह फैसला बदल दिया है. अब टोल वसूली के लिए फाइनल टेंडर निकाले जाएंगे. बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर कुल छह टोल और सात रैंप प्लाजा हैं. चित्रकूट से इटावा तक जाने वाले इस एक्सप्रेस वे पर सभी कार्यों को पूरा कर लिया गया है. यूपीडा के प्रवक्ता ने बताया कि अप्रैल से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर टोल वसूली शुरू करने वाले हैं. यूपीडा 15 जनवरी तक टेंडर नोटिस जारी कर मार्च तक प्रक्रिया पूरी कर लेगा.