लखनऊ: यूपी एसटीएफ की लखनऊ टीम ने फर्जीवाड़ा करने वाले गैंग के सरगना समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया. आरोपी दिव्यांगों का वजीफा, छात्रवृत्ति, फर्जी मार्कशीट और प्रमाणपत्र बनाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करते थे. छात्रों के वजीफा और प्रमाण पत्र बनाने वाले जालसाज गैंग का मास्टर माइंड संजय कुमार यादव है. एसटीएफ ने उसे और उसके दो साथियों रवि कुमार यादव और कोतवाली नगर के मीराखेलपुरा निवासी अफजल वसीम खान को गिरफ्तार किया है. लखनऊ एसटीएफ ने इन जालसाजों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. एसटीएफ इस गिरोह के तीन अन्य साथियों की तलाश कर रही है. गिरफ्तार आरोपियों को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया गया. वहां से उन्हें जेल भेज दिया गया.
फर्जी मार्कशीट और प्रमाण पत्र से हासिल करते थे मोटी रकम
देहात कोतवाली के नगर गांव निवासी संजय कुमार यादव इसी गांव के मुंसरा देवी उषा इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य हैं. वह अपने पांच अन्य साथियों के साथ ठगी करता था. इन जालसाजों ने दिव्यांगों के नाम से फर्जी प्रमाणपत्र तैयार कर ऑनलाइन फार्म भरकर रकम हड़पते थे और उसे आपस में बांट लिया करते थे. यह गिरोह छात्र-छात्राओं के नाम से फर्जी प्रमाणपत्र तैयार कर ऑनलाइन फार्म भरता था. इससे यह गिरोह लोगों के बैंकों में खाते खुलवाता था. इसके बाद फर्जी मार्कशीट और प्रमाणपत्र तैयार कर पैसे निकाल लेते थे.
धोखाधड़ी कर पैसा हासिल कर आपस में बांट लेते थे आरोपी
एसटीएफ ने बताया जालसाजों का यह गिरोह दिव्यांगों का प्रमाण पत्र खुद ही तैयार करता था. इसके लिए बहराइच और श्रावस्ती के सीएमओ की फर्जी मुहर लगाई जाती थी. जालसाज इन फर्जी प्रमाण पत्रों के जरिए वजीफे के लिए आनलाइन आवेदन करते थे. इस गिरोह के फरार तीन अन्य साथी बैंकों के बीसी केन्द्र पर खाते खुलवाते थे. खातों में ऑनलाइन पैसा आने के बाद गिरोह के सदस्य बीसी केन्द्र से ही वजीफे की रकम को निकालकर आपस में बांट लेते थे. छात्र-छात्राओं के नाम से आने वाली छात्रवृत्ति को हड़पने के लिए भी ये ही तरीका अपनाया जाता था. यह गिरोह हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की फर्जी मार्कशीट और प्रमाण पत्र तैयार किया करता था.