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यूपी में कोरोना टेस्टिंग एक दिन में 20 हजार के पार, मेरठ मंडल पर नजर - additional chief secretary home avnish awasthi

उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की टेस्टिंग में काफी इजाफा किया गया है. सीएम योगी ने भी संतोष व्यक्ति किया है. साथ ही टेस्टिंग की क्षमता को बढ़ाने के निर्देश भी दिए हैं. उन्होंने मेरठ मंडल को लेकर अधिकारियों को सजगता बरतने का निर्देश दिया है.

लखनऊ
अवनीश अवस्थी

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Published : Jun 27, 2020, 5:08 PM IST

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में कोविड के 20 हजार टेस्ट प्रतिदिन की क्षमता अर्जित करने पर संतोष व्यक्त किया है. साथ ही उन्होंने टेस्टिंग की क्षमता को लगातार बढ़ाने के निर्देश भी दिए. मुख्यमंत्री ने शनिवार को अपने सरकारी आवास पर उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा के दौरान कहा कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में टेस्टिंग कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका साबित हो सकती है.

सरकार का प्रयास है कि कोविड संक्रमित व्यक्ति के पास स्वास्थ्य विभाग पहले पहुंचे. ऐसा न हो कि संक्रमित मरीज देर से अस्पताल पहुंचे. मुख्यमंत्री ने पश्चिम उत्तर प्रदेश, खासकर मेरठ मंडल को लेकर सजगता बरतने के निर्देश दिए हैं. दरअसल पिछले 24 घंटे में 607 कोरोना के नये मामले सामने आए हैं. उनमें से 284 अकेले मेरठ मंडल से हैं, इसलिए मेरठ मंडल के लिए अलग से कार्य योजना बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही पांच जुलाई से प्रदेश में कोविड सर्वे के लिए व्यापक अभियान चलाया जाएगा.

मेरठ मंडल के सभी जिलों पर विशेष ध्यान

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मेरठ मंडल पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि यहां कोविड-19 की चेन को तोड़ने के लिए सर्विलांस कार्यों में तेजी लाई जाए और लोगों को जागरूक किया जाए. मेरठ मंडल में एक से सात जुलाई की अवधि में एक विशेष कार्यक्रम संचालित किया जाए. ग्राम पंचायत तथा वार्ड स्तर पर संचालित होने वाले इस विशेष कार्यक्रम के तहत घर-घर जाकर मेडिकल स्क्रीनिंग की जाए. इसके लिए मेडिकल स्क्रीनिंग टीम को इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध कराए जाएं. मेडिकल स्क्रीनिंग में लक्षणों के आधार पर संदिग्ध पाए जाने वाले लोगों का रैपिड एंटीजन टेस्ट कराया जाए. संक्रमित होने की दशा में ऐसे व्यक्तियों को उपचार के लिए कोविड चिकित्सालयों में भर्ती किया जाए.

मुख्यमंत्री ने मेरठ मंडल में मंडी, दुकानों समेत सभी सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं में संक्रमण से बचाव के लिए अभियान के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि मंडल के समस्त जिलों में कोविड अस्पतालों की क्षमता विस्तार का कार्य प्राथमिकता पर किया जाए. सभी प्रमुख स्थानों, बाजारों, चौराहों पर पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाए. कंटेनमेंट जोन में डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था को मजबूती से संचालित किया जाए. मुख्यमंत्री ने नगर विकास विभाग, ग्रामीण विकास विभाग तथा पंचायती राज विभाग को मंडल में विशेष स्वच्छता अभियान के निर्देश दिए हैं.

औद्योगिक इकाइयों में हेल्प डेस्क स्थापित होंगी

मुख्यमंत्री ने औद्योगिक इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क स्थापित कराए जाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि अनलॉक व्यवस्था में पूरी सावधानी बरतते हुए औद्योगिक, वाणिज्यिक एवं अन्य कारोबारी गतिविधियों का संचालन जरूरी है. इसके दृष्टिगत औद्योगिक इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना इकाइयों में कार्यरत लोगों को संक्रमण से सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग में यह भी सुनिश्चित हो कि जहां पांच अथवा उससे अधिक व्यक्ति कार्यरत हैं, वहां मेडिकल स्क्रीनिंग की व्यवस्था अनिवार्य रूप से उपलब्ध हो. इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन कड़ाई से कराया जाए. उद्योग क्षेत्र में संक्रमण से बचाव के लिए किए जा रहे उपायों की नियमित मॉनिटरिंग की जाए. ऐसे समस्त स्थानों पर कोविड हेल्प डेस्क स्थापित करने के निर्देश दिए हैं, जहां बड़ी संख्या में लोग आते हैं. बैठक में मुख्यमंत्री को अधिकारियों ने अवगत कराया कि सभी जिला चिकित्सालय में, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना हो गई है.

पल्स ऑक्सीमीटर की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कोविड-19 से होने वाली मृत्यु को रोकने में पल्स ऑक्सीमीटर की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है. इस मेडिकल उपकरण के माध्यम से ऑक्सीजन के स्तर की जानकारी मिलती है. निर्धारित स्तर पर कम ऑक्सीजन वाले रोगियों को समय से ऑक्सीजन उपलब्ध कराकर उनके जीवन रक्षा की जा सकती है. उन्होंने पल्स ऑक्सीमीटर के उपयोग के प्रति जागरूकता के निर्देश भी दिए हैं.

जनजागरूकता अभियान चलाने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने कोविड से बचाव के लिए प्रचार-प्रसार लगातार जारी रखने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि टेलीविजन, रेडियो, समाचार पत्र तथा पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम का उपयोग करके लोगों को संक्रमण से सुरक्षित रहने की जानकारी उपलब्ध कराई जाए. इस संबंध में जगह-जगह पोस्टर बैनर भी लगाए जाएं. मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि ग्रामीण क्षेत्र हो या शहरी, हर जगह सैनिटाइजेशन का कार्य जारी रखा जाए. उन्होंने कहा कि पशुओं को बीमारी से बचाने के लिए टीकाकरण का कार्य तेजी से चलाया जाए.

यूपी में 21548 कोरोना संक्रमण का आंकड़ा

उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 21548 के पार पहुंच गया है. राहत की बात यह है कि इसमें से 65 फीसद मरीज ठीक हो चुके हैं. अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 607 नये मामले सामने आए हैं. इस समय 6684 एक्टिव केस की संख्या है. वहीं उत्तर प्रदेश में 14215 लोग ठीक होकर घर भेजे जा चुके हैं. यह कुल संक्रमित मरीजों का 65.96 प्रतिशत है. यूपी में अब तक संक्रमित व्यक्तियों में से कुल 649 लोगों की मृत्यु हुई है. शुक्रवार को प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग ने नया रिकॉर्ड बनाया है. शुक्रवार को 20 हजार 28 सैंपल की टेस्टिंग की गई है. वहीं अब तक 6 लाख 63 हजार सैंपल की टेस्टिंग की जा चुकी है.

इसके अलावा कोविड के सर्वेक्षण के लिए पांच जुलाई से विशेष अभियान चलाया जाएगा. पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर इस अभियान को भी चलाया जाएगा. प्रत्येक गांव, वार्ड स्तर पर टीम घर-घर भेजी जाएगी. यह टीम लोगों का सर्वे करेगी और उनका हालचाल पूछेगी. गंभीर रोगों के बारे में भी जानकारी ली जाएगी. घर में बुजुर्गों की संख्या के बारे में भी जानकारी ली जाएगी. यदि किसी में कोरोना के लक्षण पाए गए तो उनके इलाज का प्रबंध किया जाएगा.

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