लखनऊ : उत्तर प्रदेश में शिक्षा स्वास्थ्य अपराध के मौजूदा हालात को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को पूरी तरह से विफल बताया है. कांग्रेस का आरोप है कि मौजूदा प्रदेश सरकार आम आदमी से जुड़ी इन भौतिक चीजों को ही देने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी (Congress state president Brijlal Khabri) ने बुधवार को पार्टी प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मौजूदा प्रदेश कार्य सरकार के कार्य प्रणाली को पूरी तरह से विफल बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार प्रदेश में फैले डेंगू बीमारी के सामने पूरी तरह से नतमस्तक हो गई है. प्रदेश में डेंगू ने आज कोरोना महामारी से भी विकराल रूप ले लिया है. सरकार आम आदमी को राहत पहुंचाने की जगह केवल खानापूर्ति कर रही है.
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत दिन पर दिन खराब होती जा रही है. सभी जिलों के सरकारी और निजी अस्पताल डेंगू मरीजों से भरे पड़े (Hospitals full of dengue patients) हैं. अभी हाल ही मैं झांसी के एक सरकारी अस्पताल में गया, वहां के सभी वार्ड डेंगू के मरीजों भरे पड़े हैं. अगर यही हाल रहा तो डेंगू जल्द ही कोरोना महामारी से भी विकराल रूप ले लेगा. मीडिया के माध्यम से सरकार के नाक कान खोलना चाहता हूं की अगर सरकार के अंदर जरा भी संवेदना हो तो वह मरीजों के तत्काल इस बीमारी को महामारी घोषित कर देना चाहिए. डेंगू के लिए रोकथाम जो कुछ भी जरूरी हो वह कदम उठाना चाहिए होनी.
प्रेसवार्ता करते कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी
उन्होंने कहा कि बीते दिनों यह देखने को मिला कि अस्पताल में डेंगू के मरीजों को मौसम्मी का जूस चढ़ा दिया जा रहा है. कहा जा रहा है कि यह प्लेटलेट बढ़ाएगा और तीन दिन बाद उस मरीज की मौत हो जा रही है. इस पर हमारे सरकार के स्वास्थ्य मंत्री व उपमुख्यमंत्री तमाम तरह के बयान दे रहे, लेकिन किसी तरह का सुधार होता नहीं दिख रहा है. इलाहाबाद जैसे शहर में डेंगू की स्थिति बहुत ही खराब है. मरीज प्राइवेट हॉस्पिटल के भरोसे हैं. वहां इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूली जा रही है. सरकार दवाइयां मुहैया नहीं करा पा रही है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने योगी सरकार के अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर भी जमकर हमला बोला कहा कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बदमाशों का हौसला इतना बुलंद है कि वह दारोगा को गोली मार दे रहे हैं. प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र खुलेआम तांडव व आतंक दर्शाता है कि आम आदमी सुरक्षित नहीं है. जो लोग अन्याय के खिलाफ आवाज उठाता हैं तो उसके खिलाफ मुकदमा लिख दिया जाता है और पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है.
प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि कानपुर में एक ओएसडी 3-3 काम देख रहा है. जैसे ही यह मामला प्रकाश में आता है सरकार इस मामले को दबाने में जुट जाती है. इसकी जांच अपनी एजेंसियों से ना कराकर केंद्र की एजेंसी को दे रही है. यह बताने के लिए काफी है कि सरकार को अपनी ही जांच एजेंसियों पर भरोसा नहीं है. वहीं उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा में सामने आए घोटाले के बाद भी सरकार उसकी निष्पक्ष जांच कराने की जगह हीला हवाली कर रही है. प्रोफेसर विनय कुमार पाठक के मामले में सरकार को त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए. शिक्षा का स्तर आजकल बहुत खराब है और प्रदेश में जो शिक्षक हैं वह उनको पढ़ाई के अलावा सारे काम कर रहे है. सरकार द्वारा वोटर लिस्ट से लेकर टीकाकरण सहित कई काम शिक्षकों से कराया जा रहा है. यह जो पॉलिसी है जो प्रदेश की शिक्षा को खत्म करने जा रही है. सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले गरीब बच्चों को बेहतर शिक्षा नहीं मिल पाएगा सरकार गरीब और दलित लोगों को जो शिक्षा मिल रही है उसको खत्म करने का काम कर रही है.
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