लखनऊ : राजधानी समेत प्रदेश भर की सड़कों पर अनाधिकृत यात्री वाहनों का संचालन धड़ल्ले से हो रहा है, लेकिन परिवहन विभाग के प्रवर्तन दस्ते आंखें मूंदे हुए हैं. परिवहन निगम की तरफ से लगातार डग्गामार वाहनों की सूची परिवहन विभाग को सौंपी जाती है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती है. अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्त नाराजगी के बाद परिवहन विभाग ने चार दिन तक अनाधिकृत यात्री वाहनों के खिलाफ अभियान चलाने का फैसला लिया है. 11 से लेकर 14 अगस्त तक इन वाहनों के खिलाफ अभियान चलेगा. इस संबंध में सभी सम्भागीय, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारियों, यात्रीकर अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.
परिवहन आयुक्त चन्द्रभूषण सिंह ने बताया कि 'शिकायतें प्राप्त हो रही थीं कि प्रदेश के कुछ मार्गों पर अनाधिकृत रूप से यात्री वाहनों का संचालन हो रहा है. उन्होंने बताया कि जांच दल द्वारा आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में जांच की जायेगी, इसमें सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे तक, दोपहर दो बजे से रात 10 बजे तक और रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक 24 घंटे प्रवर्तन टीम जांचकर अनाधिकृत वाहनों के संचालन पर अंकुश लगाया जाएगा. परिवहन आयुक्त ने बताया कि किसी प्रवर्तन अधिकारी के समक्ष किसी प्रकार की कठिनाई या व्यक्तिगत समस्या हो तो उनके स्थान पर अन्य किसी प्रवर्तन अधिकारी की ड्यूटी लगाकर संबंधित अधिकारी इसकी सूचना तत्काल मुख्यालय को उपलब्ध करायेंगे.'
अवैध यात्री वाहनों के खिलाफ चार दिन चलेगा विशेष अभियान, सीज किए गए वाहन - सीज किए गए वाहन
परिवहन निगम ने अनाधिकृत रूप से चलने वाले वाहनों के खिलाफ अभियान शुरू कराया है. यह अभियान शुक्रवार से 14 अगस्त तक चलेगा.
उन्होंने बताया कि 'सभी प्रवर्तन अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों के सहायक क्षेत्रीय अधिकारी से व्यक्तिगत संपर्क कर उन्हें भी साथ लेकर अनाधिकृत संचालन के विरूद्ध कार्रवाई करते हुए वाहनों को रोडवेज डिपो, वर्कशाॅप में अनधिकृत वाहनों को खड़ी करेंगे. परिवहन आयुक्त ने बताया कि इस अभियान के अलावा संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) अपने संभाग के ऐसे जनपदों के मार्गों को चिन्हित करते हुए जहां की अनाधिकृत वाहनों का संचालन हो रहा है, जनपदीय परिवहन अधिकारी के साथ उन मार्गों पर विशेष चेकिग अभियान चलायेंगे. सभी संभागीय परिवहन अधिकारी रोजाना की कार्रवाई की सूचना मुख्यालय को उपलब्ध कराएंगे.'
उत्तर प्रदेश के अपर परिवहन आयुक्त (प्रवर्तन) वीके सोनकिया ने बताया कि '11 से 14 अगस्त तक अनाधिकृत वाहनों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के पहले दिन शुक्रवार को प्रवर्तन अधिकारियों ने कुल 422 वाहनों का चालान करते हुए 221 वाहनों को सीज किया है. वाहन मानक के अनुसार, संचालित हो रहे हैं या नहीं यह आवश्यक रूप से चेक कराया जा रहा है. इसकी जांच प्रवर्तन टीम करेगी. इस अभियान से प्रदेश में अनाधिकृत रूप से संचालित वाहनों पर रोक लगेगी और सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) विशेष चेकिंग अभियान में लापरवाही न बरतें. सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) को भी निर्देशित किया गया है कि प्रभावी प्रवर्तन कार्रवाई के लिए स्वयं भी प्रवर्तन दलों के साथ चेकिंग अभियान में हिस्सा लें.'