लखनऊ:एक ओर जहां राजधानी में लगातार हो रही वारदातों को लेकर पुलिस के आला अधिकारी अपराध पर लगाम लगाने के लिए सक्रिय नजर आ रहे हैं. वहीं दूसरी ओर राजधानी पुलिसकर्मियों की दबंगई और अभद्रता रुकने का नाम नहीं ले रही है. ताजा मामला आशियाना थाना क्षेत्र का है, जहां पर एक दुकानदार ने आरोप लगाया है कि खाने के पैसे मांगने पर पुलिस वालों ने दबंगई करते हुए मेरी पिटाई की.
दुकानदार ने पुलिसकर्मियों पर लगाया अभद्रता का आरोप. दुकानदार ने आरोप लगाया कि पिटाई करने के साथ-साथ पुलिस वालों ने अपना बचाव करने के लिए एक सादे कागज पर बयान भी दर्ज कराया और तमाम तरीके की धमकी दी. पूरा मामला सीसीटीवी में कैद हो गया है, जिससे पुलिसकर्मियों के इस व्यवहार का खुलासा हुआ.
पीड़ित ने पुलिस पर लगाया आरोप
पीड़ित राजेश कुमार ने बताया कि देर रात कुछ पुलिसवाले मेरी दुकान में आए और चाऊमीन खाई, जब मैंने उनसे पैसे मांगे तो वह विवाद करने लगे. इसके बाद मैंने 100 नंबर पर फोन किया तो मौके पर पहुंची पुलिस भी विरोध में आ गई और जमकर मेरे भतीजे की पिटाई कर दी. जब मैं उसे छुड़ाने गया तो मेरी भी पिटाई कर दी गई. इस दौरान पुलिस ने दबाव में सादे कागज पर मुझसे बयान दर्ज करवाया. उन्होंने जो भी कहा मैंने लिख कर दे दिया.
पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग
पीड़ित ने मांग की है कि जिन पुलिसकर्मियों ने मेरे साथ इस घटना को अंजाम दिया, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की जाए. लखनऊ पुलिस को अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाले लखनऊ पुलिस के अधिकारियों ने अभी तक इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की है.
एसपी ने किया बचाव
पुलिस के रवैया के बारे में जब एसपी सुकीर्ति माधव से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि पुलिस के ऊपर गलत इल्जाम लगाए गए हैं. चुनाव से पहले सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए दुकानें बंद कराई जा रही थीं. इसी दौरान आरोप लगाने वाले व्यक्ति ने पुलिस से अभद्रता की, जिसके बाद यह घटना हुई है.